रायपुर। पूर्व सीएम रमन सिंह ने भूपेश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि मेरे 15 साल के कार्यकाल की जांच करवा लें, किसी भी मामले में एक गड़बड़ी सामने नहीं आ सकती है। उन्होंने कहा कि हमने बजट पूर्व विपक्ष के विधायकों से भी रायशुमारी की परंपरा की शुरुआत की थी। लेकिन इस सरकार ने नहीं बुलाया।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ रमन ने कहा कि यह तो विपक्ष से संवादहीनता की स्थिति है। राजनीतिक रूप से ऐसा होना नहीं चाहिए। विपक्ष बजट में भागीदार बनना चाहता है। हम बजट पूर्व रायशुमारी में शामिल होना चाह रहे हैं। वहीं राज्य में धान खरीदी की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। प्रधानमंत्री से सीधी टकराव के मूड में ये सरकार है। पुराने बारदाने से खरीदी हो रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे छत्तीसगढ़ में विकास कार्य ठप पड़ गए हैं। सरकार हजारों करोड़ों के काम बंद करने के मूड में है। भीषण पलायन हो रही है। रोजगार के रास्ते बंद हो गए हैं। नागरिक आपूर्ति निगम घोटाले में कथित तौर पर पूर्व सीएम रमन सिंह और उनकी धर्मपत्नी का नाम आने और आने वाले दिनों में शिकंजा कसने के आसार पर रमन ने कहा कि 15 सालों की पूरी जांच कर लें, किसी भी मामले में एक भी गड़बड़ी नहीं सामने आ सकती। हम सभी जांच के लिए तैयार हैं। षड्यंत्रपूर्वक राजनीति से प्रेरित कार्रवाई हो रही है।
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प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद बीजेपी के वरिष्ठ विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि सारे झूठे आरोप लग रहे हैं, पूरी बीजेपी रमन सिंह के साथ है। एसआईटी का गठन ही गलत है। इसी तरह पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि षड्यंत्रपूर्व कार्रवाई हो रही है। सरकार रमन सिंह को व्यक्तिगत तौर पर टारगेट कर रही। उन्हें फंसाने की कोशिश हो रही। राजनीति से प्रेरित कार्रवाई हो रही है। बीजेपी रमन सिंह के साथ है। हम उनके लिए सड़क से सदन और न्यायपालिका तक लड़ेंगे।