सतना। लोकसभा चुनाव के दौरान निर्वाचन आयोग नेताओं और प्रत्याशियों पर कड़ी नजर रखी है। सतना में रामनगर परिषद अध्यक्ष रामसुशील पटेल के बेटे की शाही शादी आयोग के साए के साथ-साथ संपन्न हुई। दरअसल ये शाही शादी पूरे जिले में चर्चा का विषय बनी है, शादी में नेता अभिनेता रिश्तेदार के साथ पूरा रामनगर कस्बा आमंत्रित था। 20 हजार कार्ड के साथ सोशल मीडिया में हर आम और खास को सपरिवार आमंत्रित किया गया। भव्य शादी के लिए खेल मैदान में विशाल पंडाल लगाया गया, तरह तरह के शाही व्यंजन तैयार किये गये, शादी में इतना सब कुछ होने से चुनाव आयोग की नज़र टेढ़ी हो गई।
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आयोग ने विवाह पर पहरा लगा दिया, आयकर, एफएसटी, एसएसटी टीमों की पैनी नज़र के साये में शादी हुई। रामसुशील पटेल भाजपा के बड़े नेता हैं भाजपा के अमरपाटन विधायक रामखेलावन पटेल के रिश्तेदार और सतना से भाजपा सांसद एवं प्रत्याशी गणेश सिंह के कट्टर समर्थक हैं। शादी की आड़ में भाजपा के समर्थन में कोई राजनैतिक खेल न हो इसलिए आयोग को डर था कि शाही शादी के बहाने वोटरों को साधने की कोशिश हो सकती है।
आशंकाओं के चले कांग्रेस के आग्रह पर चुनाव आयोग द्वारा स्वयं संज्ञान लेते हुए पूरे वैवाहिक कार्यक्रम में पहरा लगा दिया। नगर परिषद अध्यक्ष रामसुशील पटेल पर पीएम आवास योजना और नगर परिषद के उपकरण खरीदी में करोड़ों के घोटाले का आरोप लग चुका है। इसलिए भी चुनाव आयोग शादी पर निगाह बनाए रखी।