रत्नागिरी और रायगढ़ में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर, मुख्यमंत्री ने लिया जायजा

रत्नागिरी और रायगढ़ में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर, मुख्यमंत्री ने लिया जायजा

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  • Publish Date - July 22, 2021 / 11:24 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:24 PM IST

मुंबई, 22 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र के रत्नागिरी और रायगढ़ जिले में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिसके कारण अधिकारी निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर भेजने की प्रक्रिया में जुटे हुए हैं।

मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जारी किए गए एक बयान के मुताबिक राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इन दो तटीय जिलों में लगातार हो रही बारिश से पैदा हुई स्थिति की बृहस्पतिवार को समीक्षा की।

जगबुड़ी, वशिष्ठी, कोडावली, शास्त्री, बाव समेत रत्नागिरी जिले की प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इसके परिणामस्वरूप खेड़, चिपलून, लांजा, राजापुर, संगमेश्वर कस्बे और आस-पास के इलाके प्रभावित हुए हैं और इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

सीएमओ के वक्तव्य के अनुसार पड़ोसी रायगढ़ जिले में भी इसी प्रकार कुंडलिका, अंबा, सावित्री, पातालगंगा, गढ़ी, उल्हास सहित प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। समीक्षा बैठक के दौरान ठाकरे ने बताया कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले तीन दिनों तक इस क्षेत्र में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से सतर्क रहने और उफनती नदियों के जल स्तर पर नजर रखने और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने को कहा। उन्होंने आम जनता से भी एहतियात बरतने का आग्रह किया है। इस बीच, सीएमओ ने कहा कि सतारा जिले के लोकप्रिय हिल स्टेशन महाबलेश्वर में बीते 24 घंटे में 480 मिमी बारिश हुई है, जिससे सावित्री और अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है।

इससे पहले दिन में रत्नागिरी जिले में भारी बारिश के बाद एक नदी के उफान के बाद कोंकण रेलवे मार्ग पर ट्रेन सेवाओं को स्थगित कर दिया गया था।

भाषा रवि कांत नरेश

नरेश