श्री सालासर बालाजी धाम का वार्षिकोत्सव, महाआरती के बाद चढ़ा 56 भोग फिर लखबीर सिंह ने भजनों से बांधा समां

श्री सालासर बालाजी धाम का वार्षिकोत्सव, महाआरती के बाद चढ़ा 56 भोग फिर लखबीर सिंह ने भजनों से बांधा समां

  •  
  • Publish Date - February 16, 2020 / 05:30 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:53 PM IST

रायपुर। श्री सालासर बालाजी धाम के दूसरे वार्षिकोत्सव में आज शाम महाआरती का आयोजन हुआ। जिसमें प्रदेश भर से श्री बालाजी के भक्त शामिल हुए। 108 थालियों से बालाजी की आरती शाम साढ़े 6 बजे शुरु हुई जिसमें विशेष रुप से सालासर बालाजी मंदिर सेवा समिति ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेश गोयल शामिल हुए। महाआरती के दौरान श्री बालाजी को 56 भोग भी लगाया गया। जिसके बाद प्रसिद्ध भजन गायक लखबीर सिंह लक्खा के भजनों में लोग रातभर गोते लगाते रहे।

ये भी पढ़ें:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अर्थशास्त्र के नोबल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी से की मुलाकात, छत्तीस…

श्री सालासर बालाजी के 56 भोग में मिठाई-नमकीन से लेकर बालाजी का प्रिय चूरमा भी उन्हें चढ़ाया गया। मंदिर के प्रमुख पुजारी ने बताया कि वैसे तो भगवान बालाजी को लाल फल ज्यादा पसंद है लेकिन उन्हें चूरमा भी बहुत भाता है। इसीलिए भक्तों ने उन्हें अर्पित किया है।

ये भी पढ़ें: केंद्रीय मंत्री ने कहा, सहमति देने के बाद आदिवासी महोत्सव में न आने…

महाआरती के बाद भगवान को चढ़े 56 भोग का प्रसाद भक्तों में बांट दिया गया। प्रदेश भर से आए भक्तों ने बालाजी भगवान से आर्शीवाद लेने के बाद कहा कि हमें यहां आने के अद्भुत अनुभूति होती है, बालाजी का श्रृंगार उन्हें बार-बार यहां खींच लाता है और वे चाहते हैं कि ऐसे ही मंदिर का सालाना उत्सव जारी रहे।

ये भी पढ़ें: रेत माफियाओं पर ग्रामीणों ने कसा शिकंजा, अवैध उत्खनन में लगे कई वाह…

बता दें कि रायपुर में छोकरा नाला स्थित श्री सरासर बालाजी धाम में मंदिर का दूसरा वार्षिकोत्सव मनाया जा रहा है। जिसमें दूसरे दिन सुबह भगवान बालाजी का दुग्धाभिषेक, सवामणी, महाभण्डारा, छप्पनभोग और महाआरती की गई। कार्यक्रम में शाम मंदिर परिसर में भजन संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें प्रसिद्ध भजन गायक लखबीर सिंह लक्खा ने अपनी प्रस्तुति दी, भजन संध्या में देर रात तक श्रऋालु भजनों में झूमते रहे।