अपनी जान की परवाह किए बिना देश के लिए लड़ गए मां भारती के ये सपूत, राष्ट्रपति ने मरणोपरांत शौर्य चक्र से किया सम्मानित, पढें इन शूरवीरों की शौर्य गाथा

अपनी जान की परवाह किए बिना ही देश के लिए लड़ गए मां भारती के ये लाल । These knights got Shaurya Chakra posthumously, read their story

  •  
  • Publish Date - November 22, 2021 / 07:40 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:43 PM IST

This browser does not support the video element.

नई दिल्लीः Shaurya Chakra अपनी जान की बाजी लगाकर देश की रक्षा करने वाले जाबांज शूरवीरों को आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में विभिन्न पदकों से सम्मानित किया। जम्मू-कश्मीर के एसपीओ (SPO) आशिक हुसैन मलिक को भी मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शहीद आशिक हुसैन मलिक के माता-पिता मकबूल मलिक और शहजादो बानो को दिल्ली में ये पुरस्कार दिया।

Read more : लांस नायक संदीप सिंह को मरणोपरांत ‘शौर्य चक्र’, जम्मू-कश्मीर में मुठभेड़ के दौरान आतंकवादियों पर टूट पड़े थे कहर बनकर

 

 

शहीद आशिक हुसैन मलिक
Shaurya Chakra  शहीद आशिक हुसैन मलिक ने जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में साल 2018 में एक ऑपरेशन के दौरान भारी हथियारों से लैस चार आतंकवादियों को मार गिराया था। एसपीओ मलिक अनंतनाग के बिजबेहरा इलाके में एक घर में छुपे आतंकियों के खिलाफ ज्वाइंट ऑपरेशन का हिस्सा थे। भीषण गोलाबारी के बीच वे उस घर के नजदीक पहुंचे और आतंकियों से लोहा लिया। इस ऑपरेशन में चार आतंकी मारे गए। मलिक भी शहीद हो गए।

Read more : Gallantry Awards 2021: जवानों की वीरता को सम्मान, राष्ट्रपति ने 2 कीर्ति चक्र, 1 वीर चक्र और 10 शौर्य किए प्रदान

सब इंस्पेक्टर इमरान हुसैन टाक
वहीं, जम्मू-कश्मीर पुलिस के सब इंस्पेक्टर इमरान हुसैन टाक को 2017 में श्रीनगर में गोली लगने से घायल होने के बावजूद एक टॉप आतंकवादी कमांडर को मारने और एक अन्य को गिरफ्तार करने के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति ने उनकी पत्नी गुलनाज अख्तर को पुरस्कार दिया।

Read more :  अब इन त्योहारों में मिलेगी छुट्टी, बंद रहेंगे सभी सरकारी कार्यालय, जिला प्रशासन ने जारी किया आदेश 

राष्ट्रीय राइफल्स के सिपाही हरि सिंह
इसके साथ ही 55वीं राष्ट्रीय राइफल्स के सिपाही हरि सिंह को 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में एक आतंकवादी को मारने और एक अन्य को घायल करने के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी पत्नी राधा बाई को पुरस्कार दिया। जबकि, भारतीय सेना की पंजाब रेजिमेंट के सिपाही ब्रजेश कुमार को 2018 में जम्मू-कश्मीर में एक ऑपरेशन के दौरान ए प्लस प्लस श्रेणी के आतंकवादी को मारने के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। उनकी पत्नी श्वेता कुमारी को पुरस्कार दिया।

Read more :  पेट्रोल-डीजल की कीमत पड़ोसी राज्यों से कम करने की बात कही थी लेकिन ऐसा हुआ नहीं: सांसद सुनील सोनी 

लांस नायक संदीप सिंह
2018 में जम्मू-कश्मीर में एक ऑपरेशन में एक विदेशी आतंकवादी को मारने और दो अन्य को घायल करने के लिए 4 पैरा (स्पेशल फोर्स) के लांस नायक संदीप सिंह को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी पत्नी गुरप्रीत कौर को पुरस्कार दिया।