छत्तीसगढ़ विधानसभा का 14वां सत्र 19 दिसंबर से शुरू होकर 22 दिसंबर तक चलेगा विधानसभा सत्र के दौरान कुल 4 बैठकें होंगी। सत्र में चालू वित्तीय वर्ष के लिए अनुपूरक बजट सहित कुछ संसोधन विधेयक भी प्रस्तुत किए जायेंगे और वित्तीय कार्य के साथ अन्य शासकीय कार्य संपादित किए जाएंगे।इसके साथ ही छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र हंगामेदार होने की आशंका है. कांग्रेस सत्र के दौरान अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रही है.जो 100 बिंदुओं पर टिका होगा। जिसमें मुख्य बिंदु अगस्ता हेलीकॉप्टर मामला, सूपेबेड़ा में लोगों की मौत का मामला, जलकी रिसोर्ट का मामला, कानून व्यवस्था बिगड़ने के मामलों सहित 100 से अधिक बिंदुओं पर कांग्रेस का मुख्य जोर है।
नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव ने कहा कि 17 दिसंबर को होने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में अविश्वास प्रस्ताव की रणनीति बनाई जाएगी। रमन सरकार के तीसरे कार्यकाल में ये दूसरा अविश्वास प्रस्ताव है इससे पहले नसबंदी कांड के समय विपक्ष सरकार के खिलाफ विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया था.गौर करने वाली बात ये है कि छत्तीसगढ़ के संसदीय इतिहास में ऐसा दूसरी बार होगा जब पांच वर्ष की अवधि में विपक्ष ने दूसरी बार सरकार पर अविश्वास जताया है। पहली विधानसभा में भाजपा ने तत्कालीन मुख्यमंत्री अजीत जोगी की सरकार के खिलाफ सितंबर-अक्टूबर 2002 में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। नेता प्रतिपक्ष नंद कुमार साय का यह प्रस्ताव 22 के मुकाबले 61 मतों से गिर गया था। 2003 के मॉनसून सत्र में फिर से यह प्रस्ताव आया, जिसे भी मतदान के बाद खारिज होना पड़ा था.
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