बिहार विधानसभा में महिला विधायकों ने आरक्षण का मुद्दा उठाया

बिहार विधानसभा में महिला विधायकों ने आरक्षण का मुद्दा उठाया

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  • Publish Date - March 8, 2021 / 03:36 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:39 PM IST

पटना, आठ मार्च (भाषा) बिहार विधानसभा में महिला विधायकों ने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस, आठ मार्च, के अवसर पर सोमवार को संसद और राज्य विधानमंडल में महिलाओं के लिए आरक्षण की मांग की।

बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सदन अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला सदस्यों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि महिलाएं राष्ट्र के विकास में अपनी रचनात्मक भूमिका निभाती रहेंगी।

अध्यक्ष ने कहा कि चूंकि आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है इसलिए महिलाओं को प्रश्नकाल के दौरान सवाल पूछने के लिए प्राथमिकता दी जाएगी।

महिला सदस्यों ने प्रश्नकाल के दौरान पुरुष सदस्यों सहित अन्य सदस्यों से पहले सवाल पूछे।

सत्तारूढ़ गठबंधन और विपक्ष दोनों पक्षों की महिला सदस्यों ने इस तथ्य पर विचार करते हुए संसद और राज्य विधानमंडल में देश की लगभग आधी आबादी महिलाओं के लिए आरक्षण की मांग की।

कुछ महिला सदस्यों ने 50 फीसदी आरक्षण की मांग की जबकि कुछ अन्य सदस्यों ने 33 फीसदी आरक्षण की मांग की।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू की विधायक शालिनी मिश्र ने मांग की कि राज्य विधानसभा में महिलाओं के लिए 50 फीसदी आरक्षण होना चाहिए जिस पर फैसला केंद्र सरकार को लेना है।

मिश्र ने कहा, ‘‘हमें 1947 में आजादी मिली थी लेकिन 2005 में बिहार की महिलाओं को आजादी मिली। नीतीश कुमार राज्य के मुख्यमंत्री बने। वर्तमान में पंचायत राज संस्थाओं और शहरी स्थानीय निकायों में 1,17,717 महिला प्रतिनिधि हैं। यह मुख्यमंत्री की उपलब्धि है।’’

बिहार विधानसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी राजद की विधायक रेखा यादव, संगीता देवी और अन्य ने मांग की कि संसद और राज्य विधानमंडल में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाना चाहिए। रेखा देवी ने पंचायतों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।

बिहार में सत्तारूढ़ सबसे बड़ी पार्टी भाजपा की विधायक भागीरथी देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री को सदन (विधानसभा) में महिलाओं को बढ़ावा देना चाहिए जिस तरह से उन्होंने (नीतीश ने) पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देकर बढ़ावा दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘आज नीतीश कुमार शासन में महिलाएं खुश हैं। मैं इसके लिए मुख्यमंत्री की शुक्रगुजार हूं। यहां तक कि महिलाएं अपनी बेहतरी और विकास के लिए किए गए कामों के लिए मुख्यमंत्री (नीतीश) के चित्र पर अगरबत्ती दिखा रही हैं।’’

कांग्रेस सदस्य प्रतिमा ने भी विधानसभा में महिलाओं के लिए आरक्षण की मांग की।

बिहार में सत्ताधारी गठबंधन राजग में शामिल विकासशील इंसान पार्टी की विधायक स्वर्ण सिंह ने भी महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण की मांग की और पंचायत निकायों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत कोटा देने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।

ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने प्रश्नकाल के दौरान एक प्रश्न का उत्तर देते हुए मजाकिए लहजे में पुरुष सदस्यों से पूछा कि क्या ‘‘पुरुष दिवस’’ की आवश्यकता है?

शून्यकाल के दौरान भाजपा विधायक पवन जायसवाल ने सार्वजनिक महत्व के मुद्दे को उठाते हुए सदन अध्यक्ष से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कुछ समय के लिए एक महिला को पीठासीन अधिकारी बनाए जाने का आग्रह किया ।

भाषा अनवर अर्पणा

अर्पणा