(Auto Stocks, Image Credit: IBC24 News Customize)
Auto Stocks: सोमवार, 18 अगस्त को शेयर बाजार में ऑटोमोबाइल कंपनियों के शेयरों ने जबरदस्त छलांग लगाई है। इस तेजी का सबसे बड़ा कारण केंद्र सरकार द्वारा GST दरों में संभावित कटौती की अटकलें को माना जा रहा है। जिससे उम्मीद लगाई जा रही है कि सरकार जल्द ही टू-व्हीलर्स और कुछ पैसेंजर व्हीकल्स पर लगने वाला जीएसटी घटा सकती है, जिससे कंपनियों की सेल्स बढ़ने की संभावना है।
टाटा मोटर्स के शेयरों ने दिन की शुरुआत 674.15 रुपये पर की और कुछ ही समय बाद 2.5% की तेजी के साथ 681.40 रुपये के इंट्रा-डे हाई पर पहुंच गए। वहीं, अशोक लेलैंड के शेयर ने 5.16% की तेजी दिखाते हुए 128.20 रुपये के हाई लेवल को छू लिया। पिछले छह महीनों में अशोक लीलैंड के शेयरों में 16% की तेजी दर्ज की गई है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में भी जबरदस्त तेजी देखने को मिली। यह शेयर 4% उछलकर 3393.60 रुपये तक पहुंच गया, जो उसका 52-सप्ताह का हाई है। बीते छह महीनों में इस शेयर में 21% की तेजी दर्ज की गई है।
हीरो मोटोकॉर्प के स्टॉक्स ने 8.59% की जबरदस्त तेजी दिखाई और 5110.55 रुपये तक पहुंच गए। वही, बजाज ऑटो भी पीछे नहीं रहा। इसके शेयर 5.18% उछलकर 8635.25 रुपये तक पहुंच गया। आयशर मोटर्स में 3% की तेजी देखने को मिली और यह 5943.35 रुपये के इंट्रा-डे हाई पर पहुंच गया।
इसके अलावा सोमवार को टीवीएस मोटर कंपनी के शेयरों में 6.5% की मजबूती दर्ज की गई, जिससे यह स्टॉक 52-सप्ताह के हाई तक पहुंच गया। इसी तरह, हुंडई मोटर के शेयरों में 7.23% की उछाल देखने को मिली और ये 2400 रुपये के हाई स्तर पर जा पहुंचा।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार 350cc से कम की टू-व्हीलर्स और कुछ कारों पर 28% जीएसटी घटाकर 18% कर सकती है। वहीं, अगर ऐसा होता है तो हीरो मोटोकॉर्प और आयशर मोटर्स को काफी फायदा हो सकता है क्योंकि इन कंपनियों की सेल्स इसी कैटेगरी में अधिक होती हैं। मौजूदा समय में छोटी गाड़ियों पर 28% जीएसटी के साथ 1-3% तक का सेस भी वसूला जाता है। वहीं, हाइब्रिड गाड़ियों पर भी 28% का टैक्स है, जिसे घटाकर 18% करने पर विचार किया जा रहा है। इससे मारुति, महिंद्रा एंड महिंद्रा और अशोक लेलैंड जैसी कंपनियों को काफी फायदा मिल सकता है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।