(Groww IPO, Image Credit: IBC24 News Customize)
Groww IPO: भारत के सबसे तेजी से बढ़ते रिटेल ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म ग्रो (Groww) की मूल कंपनी बिलियनब्रेन्स गैरेज वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड ने 24 मई 2025 को SEBI के पास IPO के लिए गोपनीय आवेदन दायर किया। यह आवेदन ‘ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस’ (DRHP) के रूप में किया गया, जिससे कंपनी को अपनी योजना पर फीडबैक तो मिलेगा, लेकिन जानकारी सार्वजनिक नहीं होगी।
लक्ष्य: 5,800 करोड़ रुपये से 8,300 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना।
संरचना: फ्रेश इश्यू यानी नए शेयर और मौजूदा शेयरधारकों की बिक्री (OFS) शामिल होगी।
राशि का उपयोग: टेक्नोलॉजी को अपग्रेड करने में और बिजनेस विस्तार करने के लिए।
ग्रो आज भारत का नंबर-1 रिटेल ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म है जो 2016 में शुरू हुआ था। जिसके 1.29 करोड़ एक्टिव यूजर्स हैं और 26.26% बाजार में हिस्सेदारी है। 2023-24 में कंपनी का रेवेन्यू 119% बढ़कर 3,145 करोड़ रुपये हो गया और ऑपरेटिंग प्रॉफिट 535 करोड़ रुपये रहा। हालांकि 1,340 करोड़ रुपये के टैक्स के कारण 805 करोड़ रुपये का नुकसान दिखा।
जिस कॉन्फेडेंशियल प्री-फाइलिंग रूट को ग्रो ने सलेक्ट किया है, वर्तमान में वह भारतीय कंपनियों में काफी लोकप्रिय हो रहा है। इस रूट को टाटा कैपिटल, फिजिक्सवाला और बोट जैसी कंपनियां भी अपना चुकी हैं। गोपनीय फाइलिंग के निम्न फायदे हैं-
ग्रो का IPO जेपी मॉर्गन, कोटक महिंद्रा और सिटीग्रुप द्वारा मैनेज किया जा रहा है। शेयरों की लिस्टिंग NSE और BSE पर होगी। यदि सफल रहा, तो यह भारत के फिनटेक सेक्टर का सबसे बड़ा IPO बन सकता है। हालांकि गोपनीय आवेदन का मतलब यह नहीं कि IPO पक्का है। अंतिम निर्णय बाजार की परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।