(SBI Share Price, Image Credit: ANI News)
नई दिल्ली: SBI Share Price: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने सितंबर तिमाही (Q2FY26) में उम्मीद से बेहतर नतीजे दर्ज किए हैं। बैंक की कमाई और शुद्ध मुनाफा दोनों ही अनुमान से अधिक रहे। नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कहा कि बड़े बैंकों में SBI का प्रदर्शन सबसे मजबूत रहा।
SBI की नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) 2.97% तक बढ़ी, जो बाजार की अपेक्षा से बेहतर रही। बैंक का कोर NIM भी 5 बेसिस पॉइंट बढ़ा। चालू और बचत खातों में 18% की बढ़ोतरी रही, जबकि फीस से होने वाली कमाई तिमाही में 12% और सालाना 25% बढ़ी। इससे बैंक की कुल कमाई और मुनाफा मजबूत बने रहे।
कॉर्पोरेट लोन में सालाना 7% और तिमाही में 3% की बढ़ोतरी हुई। हाउसिंग लोन में 4%, गोल्ड लोन में 14% और SME लोन में 19% सालाना वृद्धि हुई। कुल जमा राशि 9% सालाना और 2% तिमाही बढ़ी। SBI की रणनीति, जैसे नए ग्राहकों को शुरुआती छह महीने कैश मैनेजमेंट मुफ्त देना, इसे लंबी अवधि में लाभदायक बनाती है।
बैंक ने YES Bank में हिस्सेदारी बेचकर 4,600 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। हालांकि परिचालन खर्च 12% सालाना और 13% तिमाही बढ़ा, इसके बावजूद मुख्य ऑपरेटिंग लाभ (PPOP) 9% सालाना और 2% तिमाही बढ़कर बैंक की वित्तीय मजबूती को दर्शाता है।
एसबीआई की परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार हुआ। स्लिपेज दर 0.5% पर आ गई और कुल ग्रॉस एनपीए 1.73% पर घटा। प्रोविजन कवरेज रेशियो (PCR) 75.8% तक बढ़ा, जिससे संभावित नुकसान के लिए पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित हुई।
विवरण
| विवरण | मान |
| वर्तमान मूल्य | ₹960.75 |
| बदलाव | +3.15 (0.33%) |
| खुला | ₹969.65 |
| उच्चतम (High) | ₹971.40 |
| न्यूनतम (Low) | ₹959.60 |
| मार्केट कैप (Mkt Cap) | ₹8.87 लाख करोड़ |
| P/E अनुपात | 10.72 |
| लाभांश रिटर्न (Div Yield) | 1.65% |
| 52-सप्ताह उच्च | ₹971.40 |
| 52-सप्ताह निम्न | ₹680.00 |
| त्रैमासिक लाभांश राशि (Qtrly Div Amt) | ₹3.96 |
नुवामा का मानना है कि SBI का प्रदर्शन आने वाले महीनों में और बेहतर रहेगा। बैंक ने FY26 के लिए लोन ग्रोथ का टारगेट 12-14% रखा है। SBI AMC और SBI जनरल इंश्योरेंस की संभावित लिस्टिंग से अतिरिक्त लाभ की संभावना है। निवेशकों के लिए SBI मजबूत लोन ग्रोथ, उच्च NIM और बेहतरीन एसेट क्वालिटी के कारण शीर्ष ‘BUY’ स्टॉक बना हुआ है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।