(Spicejet Share, Image Credit: Meta AI)
Spicejet Share: सोमवार को जब शेयर बाजार खुला, तो स्पाइसजेट के शेयरों में शानदार बढ़त देखने को मिली। शुरुआती कारोबारी सत्र में कंपनी के शेयरों में करीब 5% की छलांग देखी गई। यह उछाल ऐसे समय में आया जब बाकी मार्केट स्थिर था। लेकिन जैसे ही broader बाजार में रौनक बढ़ी, स्पाइसजेट का स्टॉक धीरे-धीरे फिसलता चला गया और सुबह की सारी बढ़त खो बैठा। दोपहर करीब 12:05 बजे यह गिरकर 43.55 रुपये के स्तर पर ट्रेड कर रहा था।
इस तेजी की सबसे बड़ी वजह थी कंपनी के शानदार Q4 FY25 के नतीजे, जो शनिवार को घोषित किए गए। स्पाइसजेट ने मार्च तिमाही में 324.87 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया, जो कि पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले करीब तीन गुना अधिक था। यह लगातार दूसरी तिमाही थी जब कंपनी ने मुनाफा कमाया है, जो इस बात का संकेत है कि टर्नअराउंड अब केवल वादे नहीं, आंकड़ों में भी नजर आने लगा है।
अगर पूरे वित्त वर्ष 2025 की बात करें, तो कंपनी ने सालभर में कुल 48 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है। यह आंकड़ा इसलिए खास है क्योंकि 7 साल में पहली बार स्पाइसजेट सालाना आधार पर मुनाफे में रही है। कंपनी ने इसका बड़ा कारण बेहतर यील्ड, मजबूत पैसेंजर लोड फैक्टर और घटी हुई ऑपरेशनल लागत को बताया है।
स्पाइसजेट ने अपने कर्ज को लेकर भी बड़ी अपडेट दी। कार्लाइल एविएशन के साथ हुई डील के तहत कंपनी ने 121 मिलियन डॉलर (करीब 1,000 करोड़ रुपये) के एयरक्राफ्ट लीज कर्ज को फिर से स्ट्रक्चर करने की राह बनाई है। वहीं इस डील में $30 मिलियन का कर्ज इक्विटी में बदला जाएगा, 100 रुपये प्रति शेयर के भाव पर। $20 मिलियन कार्गो यूनिट स्पाइस एक्सप्रेस में डिबेंचर के रूप में निवेश किया जाएगा। यह कदम कंपनी के बैलेंस शीट को मजबूत करने की दिशा में बहुत अहम माना जा रहा है।
हालांकि नतीजे अच्छे रहे, फिर भी मार्केट एक्सपर्ट्स पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं। ब्रोकरेज हाउस नुवामा ने शेयर पर ‘HOLD’ की रेटिंग बरकरार रखी है और टारगेट प्राइस 48 रुपये तय किया है। वहीं, कुछ तकनीकी विश्लेषकों का कहना है कि अगर स्पाइसजेट का शेयर 47 रुपये के ऊपर पहुंचता है, तो इसमें अगला टारगेट 55 रुपये तक देखा जा सकता है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।