(Stock Market 27 June, Image Credit: IBC24 News Customize)
Stock Market 27 June: शुक्रवार, 27 जून 2025 को घरेलू शेयर बाजार में बेहतर शुरुआत की संभावना है, क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पॉजिटिव संकेत मिल रहे हैं। इजरायल और ईरान के बीच युद्ध विराम होने से वैश्विक बाजारों में तेजी देखी गई, जिसका प्रभाव भारतीय बाजार पर भी पड़ सकता है।
शुक्रवार को एशिया के प्रमुख शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख देखा गया। जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 1.07% की उछाल के साथ बंद हुआ, जबकि टॉपिक्स इंडेक्स में भी 1.05% की तेजी दर्ज की गई। दक्षिण कोरिया के कोस्पी और कोस्डैक इंडेक्स लगभग स्थिर रहे, जबकि हांगकांग का हैंग सेंग फ्यूचर्स पॉजिटिव ओपनिंग का संकेत दे रहा था।
गिफ्ट निफ्टी करीब 25,715 के स्तर पर कारोबार कर रहा था, जोकि निफ्टी फ्यूचर्स के पिछले बंद स्तर से लगभग 100 अंक ऊपर है। इससे यह संकेत मिलता है कि भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत आज मजबूती के साथ हो सकती है।
गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखी गई। सेंसेक्स 1,000.36 अंक की उछाल के साथ 83,755.87 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 304.25 अंकों की छलांग के साथ 25,549.00 के स्तर पर पहुंच गया, जो पिछले 9 महीनों का उच्चतम स्तर है।
अमेरिकी शेयर बाजारों ने गुरुवार को मजबूती दर्ज की। डॉउ जोन्स 0.94% की बढ़त के साथ 43,386.84 पर बंद हुआ, जबकि एसएंडपी 500 में 0.80% की तेजी रही। नैस्डैक भी 0.97% की छलांग लगाकर 20,167.91 के स्तर पर पहुंच गया। इस वैश्विक तेजी का असर भारतीय बाजार पर भी देखने को मिल सकता है।
शुक्रवार को तेल की कीमतों में मामूली बढ़ोतरी हुई। ब्रेंट क्रूड वायदा 0.50% बढ़कर 68.07 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। वहीं, अमेरिकी WTI क्रूड 0.51% की तेजी के साथ 65.57 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा था।
वहीं, अमेरिकी डॉलर तीन वर्षों के सबसे लो लेवल पर आ गया है। डॉलर इंडेक्स 0.43% गिरा और इस वर्ष अब तक 10% से अधिक कमजोर हुआ है। जापानी येन के मुकाबले डॉलर 0.72% टूटकर 144.2 पर पहुंचा। यूरो और पाउंड दोनों में मजबूती नजर आई है।
सोने की कीमतों में लगातार दूसरे सप्ताह नरमी देखी गई है। हाजिर सोना 0.4% टूटकर 3,314.27 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया, जबकि अमेरिकी सोना वायदा 0.6% गिरकर 3,327 डॉलर पर बंद हुआ।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।