(Stocks Market Outlook, Image Credit: IBC24 News Customize)
Stocks Market Outlook: इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार की दिशा कई बड़े आर्थिक आंकड़ों, वैश्विक घटनाक्रमों और विदेशी निवेशकों की गतिविधियों पर निर्भर करेगी। एक्सपर्ट्स का मानना है कि औद्योगिक उत्पादन (IIP), पीएमआई डेटा, अमेरिकी शुल्क और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संबंधी कारक बाजार की चाल को तय करेंगे। इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और भू-राजनीतिक तनाव में बदलाव भी निवेशकों को प्रभावित कर सकते हैं।
बजाज ब्रोकिंग रिसर्च के अनुसार, भारत और अमेरिका दोनों ही देशों से इस सप्ताह महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़े जारी हो सकते हैं, जिनसे बाजार की दिशा और मौद्रिक नीति को लेकर अनुमान पर प्रभाव पड़ सकता है। 30 जून को सप्ताह की शुरुआत भारत के मई महीने के IIP डेटा के साथ होगी। इसके बाद 1 जुलाई को मैन्युफैक्चरिंग PMI जारी किया जाएगा, जिससे देश के विनिर्माण क्षेत्र की स्थिति और नए ऑर्डर प्रवाह की स्थिति का अनुमान मिलेगा। 3 जुलाई को सर्विस PMI डेटा आएगा, जो सेवा क्षेत्र में मांग और विकास का संकेत दे सकता है।
पिछले सप्ताह पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव में सुधार और कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट के चलते बाजारों में जबरदस्त तेजी देखने को मिला। बीएसई सेंसेक्स 1,650.73 अंक (करीब 2%) चढ़ गया, जबकि एनएसई निफ्टी में 525.4 अंकों (2%) की उछाल आई।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड का कहना है कि पहली तिमाही के नतीजों का सीजन पास आते ही निवेशक कंपनियों के प्रदर्शन के शुरुआती संकेतों पर खास नजर रख रहे हैं। वहीं अमेरिका द्वारा अपने रणनीतिक वैश्विक साझेदारों के साथ संभावित व्यापार समझौते भी बाजार की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
मार्केट एक्सपर्ट, अमेरिकी नॉन-फार्म पेरोल और बेरोजगारी दर जैसे आंकड़ों को भी बारीकि से देखेंगे, क्योंकि ये वैश्विक आर्थिक स्वास्थ्य और फेडरल रिजर्व की नीति को लेकर अहम संकेत दे सकते हैं।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) का मानना है कि घरेलू स्तर पर IIP और PMI के आंकड़े बाजार को दिशा देने में बड़ी भूमिका निभाएंगे। इसके अलावा मानसून की प्रगति और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की गतिविधियों पर भी निवेशकों की नजर रहेगी।
शुक्रवार को लगातार चौथे कारोबारी दिन बाजार में तेजी रही। चार सत्रों में बीएसई सेंसेक्स 2,162.11 अंक (2.64%) और निफ्टी 665.9 अंक (2.66%) उछला था।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख के मुताबिक, बाजार में तेजी बने रहने की संभावना है, जिसे बेहतर संस्थागत प्रवाह और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की उम्मीदों से समर्थन मिल सकता है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।