#स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप 22: कॉमर्स ग्रुप में पूरे दुर्ग जिले में टॉप करने वाली माधुरी सारथी को सीएम भूपेश बघेल ने किया सम्मानित
माधुरी सारथी को सीएम भूपेश बघेल ने किया सम्मानित! Swarna Sharda Scholarship 22: CM Bhupesh Baghel Honored 12th Topper Madhuri Sarthi
रायपुर: Swarna Sharda Scholarship 22 अपने सामाजिक सरोकारो को निभाते हुए IBC24 समाचार चैनल हर साल स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप सम्मान से जिले की टॉपर बेटियों को सम्मानित करता है। इस वर्ष भी प्रदेश टॉपर बेटी-बेटियों को IBC24 स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप से सम्मानित किया गया। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से आयोजित बोर्ड परीक्षा में दुर्ग जिले की माधुरी सारथी ने अपना परचम लहराया है। कड़ी मेहनत से माधुरी सारथी ने कॉमर्स ग्रुप में 470 अंक हासिल कर जिले में पहला स्थान प्राप्त किया है। उनके इस मेहनत के लिए IBC24 समाचार चैनल की ओर से स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप प्रदान किया गया।
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मेरा जज्बा मुझे दिलाएगा ऊंची उड़ानः माधुरी
Swarna Sharda Scholarship 22 मेरी मां लोगों के घरों में बर्तन-पोंछा का काम करती है। पापा रिक्शा चलाते हैं। हम लोग एक स्लम एरिया में रहते हैं। यहां पढ़ाई-लिखाई का वैसा माहौल नहीं होता। मैं जानती हूं इस हालत को बदलने के लिए मेरी पढ़ाई ही एक रास्ता हो सकती है। इसलिए संकल्प किया कि मैं इतना पढ़ूंगी कि अपने मां-बाप के लिए तो कुछ करूंगी ही, साथ ही हम जैसे और तमाम लोगों के लिए भी कुछ कर सकूं। बीते वर्ष जब लॉकडाउन लगा तो मां-बाप का काम छूट गया। घर में सब सदस्य रहते तो मुझे पढ़ने के लिए जगह नहीं मिलती। घर के एक छोटे से कमरे में पढ़ती। फिर स्कूल में क्लासरूम में जाकर बैठ जाती। स्कूल शिक्षकों ने खूब सहयोग किया।
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खान मैडम ने की मदद
उन्होंने बताया कि मैं ब्लैकबोर्ड के सामने बैठकर अपना अभ्यास करती थी। इस पर ऑनलाइन क्लास शुरू हुई। मोबाइल का खर्चा आ धमका। लेकिन मैं शुक्रगुजार हूं मेरी खान मैडम की, जिन्होंने अपने घर में मुझे बुलाकर ट्यूशन दी और मेरा हौसला झुकने नहीं दिया। स्कूल शिक्षकों ने मेरा जज्बा बनाए रखा। वे मुझे कइयों महापुरुषों के संघर्ष के किस्स सुनाते, जिससे मुझे लगता मेरा संघर्ष तो कुछ भी नहीं। यहां से प्रेरणा जागती और मैं और खड़ी हो जाती। लॉकडाउन के बाद मेरे मम्मी-पापा ने अपनी मेहनत और बढ़ा दी, ताकि मैं सुकून से पढ़ सकूं। मैं चाहती हूं यूपीएससी करके आईएएस बनूं और मेरे जैसे तमाम वंचितों के लिए काम करूं। आईबीसी-24 की स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप मुझ जैसी बेटियों के लिए असल में कितनी बड़ी मदद है, इसे शब्दों में बयां करना संभव नहीं।
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