प्रकृति प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र है शिलांग

प्रकृति प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र है शिलांग

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  • Publish Date - June 22, 2018 / 12:17 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 05:56 PM IST

 पर्यटन प्रेमी के लिए मेघालय बहुत ज्यादा आकर्षण का केंद्र रही है। भारत में  बहुत से ऐसे पर्यटन स्‍थल हैं, जहां पर प्रकृति अपने भव्‍य रूप में उपस्थित है। राजधानी शिलांग में भी अनेक सुन्दर स्‍थल हैं। जिनमें वार्डस लेक, उमियाम झील, लेडी हैदरी उद्यान, पोलो ग्राउंड, मिनी चिडियाघर, हाथी झरना, और शिलांग की पर्वत चोटी प्रमुख हैं।

शिलांग की पर्वत चोटी से पूरे नगर का दृश्य दिखाई देता है। यहाँ का गोल्‍फ कोर्स देश के अच्छे गोल्‍फ कोर्स मैदानों में से एक है।

शिलांग समुद्र तल से 1496 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और यह असम को काट कर बनाया गया है। शिलांग का मनोरम प्राकृतिक दृश्य सब का मन मोह लेता है। यहां की जनजातियों में  खांसी, जैंतिया और गारो पहाडियों के लोग एक रंग बिरंगी जीवन शैली जीते हैं और साथ ही वे अपनी परंपराएं भी निभाते हैं। 

शिलांग के वन्‍य जीवन अभयारण्‍य

नोकरेक नेशनल पार्क

नोकरेक गारों पहाडियों को सबसे ऊंचा‍ बिन्‍दु है और यहाँ हाथी तथा हू लॉक गिब्‍बन सहित अनेक प्रकार की वन्‍य प्रजातियाँ पाई जाती हैं।नोकरेक राष्ट्रीय उद्यान में सिट्रस इंडिका की अत्‍यंत दुर्लभ प्रजातियाँ पाई जाती है जिसका नाम है मेमांग नारंग।

 

बालपकराम नेशनल पार्क

बालपकाराम का अर्थ है लगातार चलती हवाओं का घर।बालपकराम राष्ट्रीय उद्यान लगभग 220 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।

 

 

वेब डेस्क IBC24