Sacrifice Ban in Baghpat? 'चाहे कुछ भी हो जाए कबरीद पर जानवरों की कुर्बानी होने नहीं देंगे'/ Image Source: Social Media X
बागपत: Sacrifice Ban in Baghpat? पूरे देश में अल्लाह के प्रति समर्पण का त्योहार यानि बकरीद 7 जून को मनाई जाएगी। इस मौके पर देश ही नहीं दुनियाभर के मुसलमान बकरा, ऊंट सहित अन्य चीजों की कुर्बानी देते हैं। लेकिन इस बीच उत्तर प्रदेश के बागपत से बकरीद पर कुर्बानी पर रोक लगाए जाने की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि विश्व हिंदू परिषद ने ऐलान करते हुए कहा है कि “गांव में कुर्बानी नहीं होगी, चाहे जो हो जाए”। वीएचपी के इस ऐलान के बाद गांव में माहौल गरमाया हुआ है।
Sacrifice Ban in Baghpat? मिली जानकारी के अनुसार विश्व हिंदू परिषद यानी VHP के नेता आकाश त्यागी ने बकरीद से पहले बड़ा ऐलान करते हुए खलबली मचा दी है। आकाश त्यागी ने कहा है कि चाहे जो हो जाए कुर्बानी नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि ह गांव आस्था का केंद्र है, यहां मां मनसा देवी का प्राचीन मंदिर है और जैन समाज का तीर्थंकर मंदिर भी मौजूद है। इनपुट मिले हैं कि गांव में कुर्बानी की योजना है, लेकिन अगर किसी ने ऐसा किया तो सीधे पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराएंगे और कानूनी कार्रवाई कराएंगे।
इतना ही नहीं VHP नेता ने तर्क दिया- “जब हिंदू इको-फ्रेंडली अपने त्यौहार मना सकता है, तो मुस्लिम समाज भी बकरीद को इको-फ्रेंडली क्यों नहीं बना सकता है।” उन्होंने अपील की कि बकरीद पर मिठाई, दूध और खीर के साथ भाईचारे का जश्न मनाएं, कटान नहीं। अगर ऐसा हुआ तो हिंदू समाज भी साथ खड़ा मिलेगा, परंतु पशु की कुर्बानी किसी हाल में नहीं होने दी जाएगी। आकाश त्यागी (VHP नेता) ने कहा है कि हमे बड़ागांव से सूचना मिली है कि बक़रीद पर गांव में कुर्बानी करने का प्लान है, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। हमारे गांव में धर्मस्थल है जहां यह बर्दाश्त नहीं होगा।
बता दें कि इससे पहले अफ्रीकी देश मोरक्को ने बकरीद से पहले बड़ा फैसला लेते हुए कुर्बानी पर रोक लगा दी है। बताया जा रहा है कि राजा मोहम्मद VI ने ये फैसला देश में भयंकर सूखे को देखते हुए लिया है। बता दें कि मोरक्को एक मुस्लिम देश है, यहां की 99 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है। ऐसे में यहां कुर्बानी पर रोक लगाने से बेहद आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। वहीं इस फैसले से ये धार्मिक बहस भी छिड़ गई है कि क्या सरकार या राजा को धार्मिक अनुष्ठान को रोकने का हक है।
मोरक्को के राजा मोहम्मद-VI के कुर्बानी ना करने के शाही फरमान के बाद सुरक्षाबलों ने कई शहरों में कुर्बानी रोकने के लिए कार्रवाई की है। राजा के इस फैसले को मोरक्को और मुस्लिम वर्ल्ड के लोगों ने एक खतरनाक मिसाल बताया है। कई लोगों ने इसे धार्मिक रीति-रिवाजों में सरकार का सीधा दखल कहा है। वहीं कुछ लोगों ने देश की आर्थिक और स्वास्थ्य की स्थिति को देखते हुए फैसले का बचाव किया है।