DFO Durga Prasad || Image- IBC24 News File
DFO Durga Prasad: बांदा: एक दर्दनाक हादसे में वाहन में सवार वन विभाग के डीएफओ और उनकी पत्नी की मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार सभी एक स्कॉर्पियों पर सवार थे, इसी दौरान उनके वाहन पर सड़क किनारे मौजूद एक महुआ का पेड़ आ गिरा।
इस वाहन में सवार पुरवा निवासी अभिनव द्विवेदी ने बताया कि वह अपने भतीजे अंश द्विवेदी (30) के साथ कलवारा निवासी चालक बबलू (42) को लेकर अपनी स्कॉर्पिओ से अपने पिता रिटायर्ड डीएफओ दुर्गा प्रसाद द्विवेदी (80) व माता मधु द्विवेदी (75) को बुलाने मानिकपुर रेलवे स्टेशन गया। वे पटना जनता एक्सप्रेस से मुंबई से दवा कराकर आ रहे थे। डेढ़ बजे ट्रेन से उतरने के बाद लौटते समय सरैंया व ऐंचवारा के पास पिता ने खाना खाकर दवा खाई थी। करीब 15 मिनट रुकने के बाद वहां से चले कि कालूपुर पाही के पास पहुंचते ही झांसी मिर्जापुर हाईवे पर चलती कार के ऊपर महुआ का पुराना पेड़ गिर गया और सभी लोग दब गए।
DFO Durga Prasad: सूचना पर पहुंची पुलिस करीब आधा घंटा बाद जेसीबी लगाकर पेड़ हटवाया और एक महिला सहित चार को बाहर निकाला। एंबुलेंस से सभी को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां महिला को डाक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पूरे पेड़ हटाने के बाद फंसे वृद्ध को बाहर निकाला गया। तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
इस बीच करीब एक घंटे तक हाईवे जाम रहा। दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइनें लग गई थी। सूचना पर डीएम शिवशरणप्पा जीएन व एसपी अरुण कुमार सिंह घटना स्थल पहुंचे। इसके बाद जिला अस्पताल गए। वहां भर्ती घायलों को बेहतर इलाज के निर्देश दिए। हालत गंभीर होने पर अंश को रेफर कर दिया गया।
DFO Durga Prasad: राष्ट्रीय राजमार्ग पर अचानक गिरे महुआ के वृक्ष से रिटायर्ड डीएफओ दुर्गा प्रसाद द्विवेदी और उनकी पत्नी मधु द्विवेदी की मौत के मामले ने वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। समाजसेवी राधेश्याम त्रिपाठी ने उच्च अधिकारियों को पत्र भेजकर खतरनाक वृक्षों को काटने की अनुमति जानबूझकर लंबित रखने और रिश्वत लेने के आरोप लगाए हैं। वन विभाग ने आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है।