बरेली में रंगदारी देने से इनकार करने पर दुकानों में लगाई आग, पांच के खिलाफ मामला दर्ज

बरेली में रंगदारी देने से इनकार करने पर दुकानों में लगाई आग, पांच के खिलाफ मामला दर्ज

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  • Publish Date - August 22, 2025 / 01:17 AM IST,
    Updated On - August 22, 2025 / 01:17 AM IST

बरेली (उप्र), 21 अगस्त (भाषा) बरेली जिले में रंगदारी देने से इनकार करने पर बदमाशों ने दो दुकानों में कथित तौर पर आग लगा दी। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि इस मामले में एक राजनीतिक परिवार के सदस्यों सहित पांच लोगों के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।

यह घटना देवरनिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत नैनीताल राजमार्ग पर स्थित कटरा गांव में हुई।

पुलिस ने बताया कि शशांक वर्मा और मयंक वर्मा नाम के दो लोगों ने अपने साथियों के साथ मिलकर कटरा गांव में मंगलवार और बुधवार को विशाल मेडिकल स्टोर और खाटू श्याम कन्फेक्शनरी को कथित तौर पर निशाना बनाया।

थाना प्रभारी (एसएचओ) नवदीप सिंह ने बताया कि मयंक वर्मा, चेतक, मयंक (गिरवर दयाल का पुत्र), अर्पित और शशांक वर्मा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।

अपनी शिकायत में दुकानदार राजीव कुमार ने आरोप लगाया कि शशांक वर्मा मंगलवार रात करीब पौने 10 बजे नैनीताल रोड स्थित उसकी कन्फेक्शनरी की दुकान पर आया, वहां से कुछ सामान उठाया और जब उससे पैसे देने के लिए कहा गया तो उसने शिकायतकर्ता से अपशब्द कहे।

पुलिस ने बताया कि बुधवार सुबह मयंक वर्मा, चेतक और अन्य ने दुकान में कथित तौर पर आग लगा दी। उसने बताया कि राजीव के भाई मुकेश ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो उस पर कथित तौर पर लाठियों और चाकुओं से हमला किया गया, जिससे उसके सिर में चोटें आईं।

इसी इलाके में विशाल मेडिकल स्टोर के मालिक प्रीतम सिंह ने एक अलग शिकायत में आरोप लगाया है कि मंगलवार सुबह करीब साढ़े छह बजे मयंक और शशांक वर्मा ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर उससे पांच लाख रुपये मांगे।

सिंह ने आरोप लगाया कि जब उसने पैसे देने से मना किया, तो मयंक ने उस पर कथित तौर पर धारदार हथियार से हमला कर दिया और शशांक ने देसी पिस्तौल से गोली चला दी।

उसने कहा कि गोली उसके सिर के पास से गुजर गई और वह बाल-बाल बच गया।

ग्रामीण सिंह की मदद के लिए दौड़े, जिसके बाद आरोपी भाग गए।

एसएचओ नवदीप सिंह ने बताया कि फरार आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

भाषा सं जफर सिम्मी

सिम्मी