पहलवानों को रिहा किए जाने के बाद भारतीय किसान यूनियन और रालोद ने स्थगित किया प्रदर्शन

पहलवानों को रिहा किए जाने के बाद भारतीय किसान यूनियन और रालोद ने स्थगित किया प्रदर्शन

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  • Publish Date - May 28, 2023 / 09:07 PM IST,
    Updated On - May 28, 2023 / 09:07 PM IST

गाजियाबाद (उप्र), 28 मई (भाषा) जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों को हिरासत से रिहा किए जाने की खबरों के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने दिल्ली-गाजीपुर सीमा पर जारी अपने विरोध प्रदर्शन को स्थगित कर दिया है।

इसके अलावा राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने भी पहलवानों को रिहा किए जाने के बाद अपने प्रदर्शन को समाप्त कर दिया है।

रालोद के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘पार्टी कार्यकर्ताओं को जैसे ही पहलवानों को रिहा किए जाने की खबर मिली उन्होंने अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया। मैं नोएडा पहुंचा था और प्रदर्शन स्थल से कुछ ही दूरी पर था । बहुत बड़ी संख्या में रालोद कार्यकर्ता दिल्ली-गाजीपुर सीमा पर प्रदर्शन कर रहे थे। मैं कई कार्यक्रमों के सिलसिले में आगरा में था लेकिन जब मुझे प्रदर्शन की जानकारी मिली तो मैं अपना कार्यक्रम बदलते हुए गाजीपुर की तरफ बढ़ गया।’

इस बीच, राकेश टिकैत ने धरना समाप्त करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि अगली किसान पंचायत में पहलवानों के मुद्दे को उठाया जाएगा।

टिकैत ने कहा, ‘अगली पंचायत जहां भी होगी, यह मुद्दा उसके एजेंडे का हिस्सा होगा।’

इससे पहले, प्रदर्शन के दौरान टिकैत ने बिना किसी का नाम लिए कहा था, ‘जो सरकार का अंग है, वह कोई भी अपराध करे तो जेल नहीं जाएगा।’ उन्होंने विरोध प्रदर्शन को ‘सफल’ भी बताया।

विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया सहित प्रदर्शनकारी पहलवानों को रविवार को दिल्ली पुलिस ने तब हिरासत में ले लिया जब उन्होंने नए संसद भवन की ओर बढ़ने की कोशिश करते हुए सुरक्षा घेरा तोड़ दिया। वहां दिन के लिए महिला महापंचायत की योजना बनाई गई थी।

जंतर-मंतर पर नजर आये दृश्यों में पहलवानों और पुलिस अधिकारियों ने एक-दूसरे को धक्का दिया और विनेश फोगाट और उनकी चचेरी बहन संगीता फोगाट ने बैरिकेडिंग को तोड़ने की कोशिश की। पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया और जबरदस्ती बसों में बिठाया।

पुलिस अधिकारियों को विरोध स्थल को खाली कराते हुए भी देखा गया, जहां पहलवानों ने 23 अप्रैल को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अपना आंदोलन फिर से शुरू किया था।

सिंह उप्र के कैसरगंज क्षेत्र से भाजपा के लोकसभा सांसद हैं।

ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया, साक्षी और एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता विनेश सहित आंदोलनकारी पहलवान डब्ल्यूएफआई के निवर्तमान अध्यक्ष बृज भूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। उन पर उन्होंने कई महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।

पहलवानों ने कहा था कि पुलिस का बल प्रयोग उन्हें शांतिपूर्ण मार्च और महापंचायत से नहीं रोक पाएगा।

भाषा अरुणव सलीम राजकुमार

राजकुमार