Pinky Sharma Krishna Marriage, image source: tube.indian
बदायूं: Pinky Sharma Krishna Marriage, आस्था और विश्वास की मिसाल पेश करते हुए 28 वर्षीय पिंकी शर्मा ने भगवान कृष्ण की मूर्ति से विवाह कर लिया। यह घटना किसी मज़ाक या दिखावे की नहीं, बल्कि उनकी गहरी भक्ति और दृढ़ संकल्प का परिणाम है। पिंकी बचपन से ही कृष्ण भक्ति में डूबी रही हैं। उनका कहना था कि विवाह तभी करेंगी जब स्वयं कृष्ण उन्हें संकेत देंगे। वृंदावन यात्रा के दौरान बांके बिहारी मंदिर में भीड़ के बीच उनकी हथेली में अचानक एक सोने की अंगूठी आ गिरी। पिंकी ने इसे भगवान का आशीर्वाद और विवाह का संकेत माना।
शुरुआत में परिवार और गांव के लोग हैरान हुए, लेकिन पिंकी की दृढ़ता देखकर उन्होंने उसका साथ दिया। धीरे-धीरे समाज ने भी इस निर्णय को स्वीकार कर लिया और विवाह की तैयारियां शुरू हुईं। गांव में धूमधाम से बारात निकली। लगभग 100–150 लोग कृष्ण की मूर्ति लेकर पिंकी के घर पहुंचे। ढोल-नगाड़े बजे, लाइटों से सजावट हुई और पूरा गांव इस अनोखे आयोजन का गवाह बना।
Pinky Sharma Krishna Marriage, पिंकी दुल्हन की तरह तैयार हुई। कृष्ण की मूर्ति को माला पहनाई। मंडप में बैठकर अग्नि के सामने सात फेरे लिए। सभी रस्में वैसे ही निभाई गईं जैसी आम शादियों में होती हैं।
विवाह के बाद पिंकी ने कहा, “मैंने सब कुछ कृष्ण पर छोड़ दिया है। मेरा भविष्य कैसा होगा, यह वही तय करेंगे।” उसके पिता का मानना है कि भले ही वे ज्यादा संपन्न नहीं हैं, पर पिंकी के लिए वृंदावन में एक छोटा सा घर खरीदने की कोशिश करेंगे, ताकि वह अपनी भक्ति के बीच जी सके।
फिलहाल, पिंकी अपनी बड़ी बहन और जीजा के साथ रह रही है। इस प्रतीकात्मक विवाह में जीजा को दूल्हे पक्ष का प्रतिनिधि माना गया था। यह पूरी घटना किसी कहानी की तरह लग सकती है, लेकिन पिंकी और उसके परिवार के लिए यह पूरी तरह सच्ची भावनाओं का परिणाम है।