भाजपा में सदस्य से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक के चुनाव का समन्वय दुनिया के लिए अकल्पनीय :गोयल

भाजपा में सदस्य से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक के चुनाव का समन्वय दुनिया के लिए अकल्पनीय :गोयल

भाजपा में सदस्य से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक के चुनाव का समन्वय दुनिया के लिए अकल्पनीय :गोयल
Modified Date: December 14, 2025 / 05:39 pm IST
Published Date: December 14, 2025 5:39 pm IST

लखनऊ, 14 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय उद्योग और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कहा कि विश्व के सबसे बड़े दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में सदस्य से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक का चुनाव जिस आपसी समन्वय से होता है, वह दुनिया के लिए अकल्पनीय है।

गोयल ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी का नाम घोषित करने के बाद लखनऊ में एक सभा में भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करते हुए ये टिप्पणियां कीं।

उन्होंने कहा “विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के हम सदस्य हैं। दुनिया हैरान है कि जितने व्यवस्थित व लोकतांत्रिक तरीके से सदस्य बनाने व राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने का काम आपसी समन्वय से होता है वह अकल्पनीय है।”

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गोयल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के साथ उनका ‘बहुत घनिष्ठ संबंध’ है।

उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा और उसके सहयोगियों की जीत के बाद योगी आदित्यनाथ को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाए जाने की सूचना देने के क्षणों को याद करते हुए कहा, ‘जब तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने योगी आदित्यनाथ को बताया कि आपको लखनऊ जाना है, उप्र सरकार की कमान संभालनी है। यह मेरे दिल्ली स्थित आवास पर हुआ था। शायद इसीलिए उप्र के साथ मेरा संबंध बहुत घनिष्ठ रहा है।’

उन्होंने लखनऊ को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की ‘कर्मभूमि’ बताते हुए कहा कि लखनऊ सिर्फ एक शहर नहीं है, यह एक विशेष राज्य की राजधानी है, जिसकी ओर पूरा देश देखता है।

गोयल ने कहा, ‘केंद्र में जो भी सरकार बने, उत्तर प्रदेश का उसमें सबसे बड़ा योगदान होता है।

उन्होंने कहा, “हमारे नेताओं डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय तथा अटल बिहारी वाजपेयी ने जिस प्रकार से पार्टी को आगे बढ़ाया, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के मार्गदर्शन में पार्टी का लगातार विस्तार हो रहा है, उसी के बलबूते हम आज इतनी बड़ी संख्या में यहां इकट्ठा हुए हैं।”

भाषा आनन्द नोमान

नोमान


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