DGP Prashant Kumar on security in Mandir: महाशिवरात्रि पर मंदिरों में उमड़ रही भक्तों की भीड़, सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम, DGP प्रशांत कुमार ने दी जानकारी

DGP Prashant Kumar on security in Mandir: महाकुंभ का अंतिम स्नान पर्व बुधवार को ‘हर हर महादेव’ के घोष के साथ प्रारंभ हो गया।

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  • Publish Date - February 26, 2025 / 12:55 PM IST,
    Updated On - February 26, 2025 / 12:55 PM IST

DGP Prashant Kumar on security in Mandir | Source : ANI

HIGHLIGHTS
  • पूरे राज्य में श्रद्धालु बड़ी संख्या में शिव मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
  • आज महाकुंभ का आखिरी दिन है और महाकुंभ के 45 दिनों में प्रयागराज में 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगाई।
  • सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर हमने भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा और तकनीकों का एक अभूतपूर्व मॉडल पेश किया है।

प्रयागराज। DGP Prashant Kumar on security in Mandir: महाकुंभ का अंतिम स्नान पर्व बुधवार को ‘हर हर महादेव’ के घोष के साथ प्रारंभ हो गया। बुधवार तड़के से ही श्रद्धालुओं का गंगा और संगम में डुबकी लगाना जारी है। इस बीच, सरकार ने श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की। अधिकारियों ने बताया कि महाकुंभ में अब तक 65.37 करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगा और संगम में डुबकी लगा चुके हैं और शाम तक यह आंकड़ा 66 करोड़ को पार करने की संभावना है।

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DGP Prashant Kumar on security in Mandir : महाकुंभ मेले के आज समापन पर उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा, “पूरे राज्य में श्रद्धालु बड़ी संख्या में शिव मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं। आज महाकुंभ का आखिरी दिन है और महाकुंभ के 45 दिनों में प्रयागराज में 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगाई। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर हमने भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा और तकनीकों का एक अभूतपूर्व मॉडल पेश किया है। हमने भीड़ प्रबंधन और निगरानी के लिए विश्व स्तरीय तकनीकों और एआई का इस्तेमाल किया। सभी एजेंसियों से मिले सहयोग ने हमें अभूतपूर्व तरीके से प्रदर्शन करने में मदद की। अयोध्या, वाराणसी और विंध्यवासिनी देवी जैसे धार्मिक स्थलों पर प्रयागराज के दर्शन करने के बाद पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी।

महाकुंभ बिना किसी बड़ी त्रासदी के संपन्न हो गया। हमने रेलवे के साथ मिलकर काम किया। लोगों ने स्नान के दिनों में 5 लाख और अन्य दिनों में 3-4 लाख लोगों ने रेलवे सेवाओं का उपयोग किया। हमें पूरा विश्वास था और जैसा कि मैंने पहले कहा, यह हमारे लिए चुनौती नहीं बल्कि अवसर है। हमारे कर्मियों ने 45 दिनों तक जमीन पर काम किया और उससे पहले दो महीने तक प्रशिक्षण लिया। हमने कई उदाहरण पेश किए जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेंगे। हमारी सुरक्षा व्यवस्था कुछ और दिनों तक बनी रहेगी जब तक कि हम अपने सभी उपकरण नष्ट नहीं कर देते। व्यक्तिगत रूप से, यह गर्व की बात है और एक अविस्मरणीय अनुभव है।”

 

महाकुंभ 2025 में कुल कितने श्रद्धालु शामिल हुए?

महाकुंभ 2025 के समापन तक 65.37 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई। यह आंकड़ा समापन के समय 66 करोड़ के पार जाने की संभावना थी।

महाकुंभ के दौरान सुरक्षा के लिए कौन से कदम उठाए गए?

महाकुंभ के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि अत्याधुनिक तकनीकों और एआई का उपयोग किया गया। साथ ही, रेलवे और अन्य एजेंसियों के सहयोग से भीड़ प्रबंधन किया गया, जिससे महाकुंभ बिना किसी बड़ी त्रासदी के संपन्न हुआ।

महाकुंभ में हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा का आयोजन क्यों किया गया?

महाकुंभ के अंतिम स्नान पर्व के दौरान श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई, ताकि श्रद्धालुओं का स्वागत किया जा सके और पवित्र स्नान के महत्व को और बढ़ाया जा सके।

डीजीपी प्रशांत कुमार ने महाकुंभ के दौरान सुरक्षा पर क्या कहा?

डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि सुरक्षा के लिए कई नए और विश्वस्तरीय तकनीकों का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि यह एक अविस्मरणीय अनुभव था और उनकी टीम ने पूरी मेहनत और समर्पण से काम किया।

महाकुंभ के दौरान रेलवे सेवाओं का उपयोग कैसे हुआ?

महाकुंभ के दौरान रेलवे ने बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को सेवाएं प्रदान कीं। स्नान के दिनों में 5 लाख और अन्य दिनों में 3-4 लाख श्रद्धालुओं ने रेलवे सेवाओं का उपयोग किया।