Etawah Yadav Kathavachak News/Image Credit: IBC24 Customized
Etawah Yadav Kathavachak News: उत्तर प्रदेश के इटावा में यादव कथावाचक के साथ हुए दुर्व्यवहार ने यूपी का माहौल गर्म कर दिया है। वहीं, इस मामले पर अब ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने का बयान सामने आया है, जिसमें वो कहते नजर आ रहे हैं कि, कथा कहने का अधिकार सिर्फ ब्राह्मण को है। उनका कहना है कि, शास्त्रों के अनुसार सभी जातियों को कथा सुनाने के लिए ब्राह्मण ही उपयुक्त हैं।
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि, अपनी जाति छिपाकर कथा कहना गलत है। अगर कोई ब्राह्मणों के बीच जाकर ब्राह्मण बनकर कथा कहेगा, तो यह धोखा है। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि मामला धोखाधड़ी का है, तो पुलिस में 419-420 के तहत मामला दर्ज कराया जाना चाहिए था।
दरअसल, इटावा में कथावाचक मुकुटमणि और संत कुमार यादव को कथित रूप से ब्राह्मण बनकर कथा सुनाने के कारण गांव वालों ने बेहद अपमानित किया। उनके साथ मारपीट की गई, सिर मुंडवाया गया। इतना ही नहीं अपमानित करते हुए सार्वजनिक रूप से उनकी नाक को जमीन में रगड़वाई गई, वो भी इसलिए कि वे यादव होकर कथा कर रहे थे। सोशल मीडिया पर इस पूरे मामले का वीडियो भी खूब वायरल हुआ, जिसके बाद मामला गरमाने लगा।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा पीड़ित कथावाचकों को सम्मानित किए जाने पर शंकराचार्य ने कहा कि, जाति के नाम पर अपराध को नहीं छुपाया जा सकता। कावड़ यात्रा मार्ग पर पकाया भोजन न खाने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि, कच्ची चीजें किसी भी जाति से खरीदी जा सकती हैं, पर पकाया हुआ खाना शुद्धता के दृष्टिकोण से ठीक नहीं है।
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— IBC24 News (@IBC24News) June 23, 2025