UP Politics: ‘हवाओं में सरकार बदलने का ऐलान है’, आज़म खान की रिहाई पर सपा कार्यालय पर लगे पोस्टर, लिखा- गौर से सुनो…

UP Politics: 'हवाओं में सरकार बदलने का ऐलान है', आज़म खान की रिहाई पर सपा कार्यालय पर लगे पोस्टर, लिखा- गौर से सुनो...

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  • Publish Date - September 25, 2025 / 11:26 AM IST,
    Updated On - September 25, 2025 / 11:26 AM IST

UP Politics/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • आज़म ख़ान की रिहाई के बाद सियासी हलचल,
  • सपा कार्यालय पर लगे पोस्टर,
  • बोले- सरकार बदलने का ऐलान है,

लखनऊ: UP Politics: सपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आज़म ख़ान की सीतापुर जेल से रिहाई के बाद प्रदेश की सियासत में हलचल तेज़ हो गई है। लखनऊ स्थित सपा मुख्यालय के बाहर एक बड़ा पोस्टर लगाया गया है जिसमें लिखा है कि आज़म लौटे ये एक नई सुबह की पहचान है गौर से सुनो हवाओं में सरकार बदलने का ऐलान है।

आजम ख़ान को 23 सितंबर को सीतापुर जेल से रिहा किया गया। उनके खिलाफ कुल 104 आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनमें से 93 अकेले रामपुर जिले में हैं। अब तक 12 मामलों में अदालत फैसला सुना चुकी है कुछ में उन्हें सजा हुई जबकि कुछ में बरी कर दिया गया। फिलहाल उन्हें सभी मामलों में ज़मानत मिल चुकी है।

UP Politics: बता दें कि वर्ष 2022 में भड़काऊ भाषण देने के एक मामले में अदालत ने आज़म ख़ान को दो साल की सजा सुनाई थी। इसी सजा के चलते उनकी विधानसभा सदस्यता भी चली गई थी। आजम खान की रिहाई को सपा कार्यकर्ता नए युग की शुरुआत के तौर पर देख रहे हैं।

 

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"आज़म ख़ान को रिहाई" कब मिली?

23 सितंबर 2025 को आज़म ख़ान को सीतापुर जेल से रिहा किया गया।

"आज़म ख़ान पर कितने केस" दर्ज हैं?

कुल 104 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें 93 केवल रामपुर जिले से जुड़े हैं।

क्या "आज़म ख़ान को सभी मामलों में ज़मानत" मिल गई है?

हाँ, वर्तमान में वे सभी मामलों में ज़मानत पर बाहर हैं।

"सजा मिलने के बाद आज़म ख़ान की विधायकी" का क्या हुआ था?

2022 में भड़काऊ भाषण के मामले में 2 साल की सजा के चलते उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त हो गई थी।

क्या "आज़म ख़ान की रिहाई" से सपा की रणनीति बदल सकती है?

सपा कार्यकर्ता इसे राजनीतिक बदलाव की शुरुआत मान रहे हैं, इसलिए यह संगठनात्मक और चुनावी रणनीतियों को प्रभावित कर सकता है।