अभूतपूर्व भीड़ को प्रबंधित करना किसी भी प्रशासन के लिए सबसे कठिन चुनौती : डीजीपी

अभूतपूर्व भीड़ को प्रबंधित करना किसी भी प्रशासन के लिए सबसे कठिन चुनौती : डीजीपी

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  • Publish Date - February 11, 2025 / 12:13 AM IST,
    Updated On - February 11, 2025 / 12:13 AM IST

लखनऊ, 10 फरवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने सोमवार को महाकुंभ में आने वाली भीड़ की चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि इस अभूतपूर्व मानवीय और वाहनों के प्रवाह को प्रबंधित करना किसी भी प्रशासन या पुलिस बल के लिए अब तक की सबसे कठिन चुनौती है।

यहां जारी एक आधिकारिक बयान में डीजीपी ने कहा, ‘महाकुंभ 2025 इतिहास के सबसे बड़े श्रद्धालु समागम का गवाह बन रहा है। अब तक 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में पुण्य स्नान कर चुके हैं और हर दिन लाखों की संख्या में लोग प्रयागराज आ रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “इस अभूतपूर्व मानवीय और वाहनों के प्रवाह को प्रबंधित करना किसी भी प्रशासन या पुलिस बल के लिए अब तक की सबसे कठिन चुनौती है।”

कुमार ने कहा, “प्रयागराज का बुनियादी ढांचा अपनी अधिकतम क्षमता से आगे बढ़कर काम कर रहा है और ऐसे में यातायात में देरी स्वाभाविक है। यह किसी प्रशासनिक असफलता का नहीं, बल्कि तीर्थयात्रियों की असाधारण संख्या का परिणाम है।”

डीजीपी ने कहा, “इसके बावजूद, उत्तर प्रदेश पुलिस के हर सिपाही से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक, सभी दिन-रात अथक परिश्रम कर रहे हैं। वे श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन दे रहे हैं, सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं और शहर को सुव्यवस्थित बनाए रखने में अपनी पूरी शक्ति झोंक रहे हैं।”

कुमार ने यह भी कहा, “इतने विशाल मानवीय प्रवाह का प्रबंधन करना एक ऐतिहासिक कार्य है और हमारे पुलिसकर्मी असाधारण धैर्य, समर्पण और निष्ठा का प्रदर्शन कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि दुनिया में कहीं भी ऐसी कोई मिसाल नहीं है कि किसी पुलिस बल ने इतनी विशाल मानव-आवाजाही और वाहनों के प्रवाह को इतनी दक्षता से प्रबंधित किया हो।

उन्होंने कहा, ‘‘यह सिर्फ एक आयोजन का संचालन नहीं, बल्कि इतिहास रचने जैसा कार्य है।’’

भाषा आनन्द सिम्मी

सिम्मी