माफिया और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी को राहत, MP-MLA कोर्ट ने इस मामले में किया बरी

हत्या के प्रयास के एक मामले मे माफिया एवं पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी दोष मुक्त

  •  
  • Publish Date - May 17, 2023 / 04:32 PM IST,
    Updated On - May 17, 2023 / 06:17 PM IST

गाजीपुर : उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के अपर सत्र न्यायाधीश एमपी/एमएलए अदालत ने हत्या के प्रयास के चौदह साल पुराने मामले में माफिया और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी को दोषमुक्त करार दिया। हालांकि इस मामले में दोषमुक्त होने से मुख्तार अंसारी रिहा नहीं हो सकेगा क्योंकि वह पहले से एक मामले में सजायाफ्ता है और फिलहाल जेल में हैं ।

Read More : आ गया Android 14 बीटा का सबसे धांसू फोन Oppo Find N2 Flip, कीमत सहित जानें कमाल के फीचर्स

शासकीय अधिवक्ता नीरज कुमार श्रीवास्तव के अनुसार 24 नवम्बर 2009 को मुहम्मदाबाद थाने के मलिकपुरा निवासी मीर हसन ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह घर के बाहर सुबह टहल रहे थे कि उनकी हत्या की नियत से दो बदमाशों ने उन पर देशी तमंचे से गोली चलाई थी। हसन ने रिपोर्ट में दावा किया था कि उसमें से एक बदमाश सोनू यादव ने बाद में उन्हें धमकी दी थी कि जेल में बंद मुख्तार अंसारी से मिलो। पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद सोनू यादव व मुख्तार अंसारी के खिलाफ आरोप पत्र अदालत में दाखिल किया था।

Read More : उप्र की सभी 80 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य, दिग्गज नेता ने दिया बड़ा बयान… 

नीरज श्रीवास्तव ने चार गवाह अदालत में पेश किए थे, और दोनों ओर से बहस सुनने के बाद न्यायाधीश एमपी/एमएलए न्यायालय दुर्गेश ने बुधवार को अंसारी को संदेह का लाभ देते हुये दोषमुक्त कर दिया। मुख्तार की पेशी बांदा जेल से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए हुई । इससे पहले इसी साल 29 अप्रैल को जिले की एक अदालत ने गैंगस्टर से नेता बने पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी को गैंगस्टर अधिनियम के 14 साल पुराने एक मामले में 10 साल कैद और पांच लाख रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई थी, जबकि उसके बड़े भाई और बसपा सांसद अफजाल अंसारी को चार साल की सजा तथा एक लाख रुपये का अर्थदंड लगाया था।

Read More : India Live News 17 May 2023: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री के आवास के बाहर NSUI कार्यकर्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन 

मुख्तार अंसारी पड़ोसी जिले मऊ की मऊ सदर विधानसभा सीट से लगातार पांच बार विधायक रह चुके हैं। अंसारी ने 2022 में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था और उनकी सीट पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) से किस्मत आजमा रहे उनके बेटे अब्बास अंसारी विधायक चुने गए। मुख्तार अंसारी इस समय विभिन्न आपराधिक मामलों में बांदा की एक जेल में बंद हैं।