लखनऊ, 23 मई (भाषा) उत्तर प्रदेश सरकार ‘यूपी इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग व लॉजिस्टिक्स क्लस्टर’ (यूपीआईएमएलसी) में विभिन्न आंतरिक अवसंरचनाओं का विकास करेगी जिस पर लगभग 30 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। एक आधिकारिक बयान में शुक्रवार को यह जानकारी दी गयी।
बयान में कहा गया कि उत्तर प्रदेश को ‘उद्यम प्रदेश’ के तौर पर विकसित कर रही योगी आदित्यनाथ नीत सरकार न केवल भारत बल्कि, पूरी दुनिया में अपनी छवि को सुदृढ़ कर रही है और प्रदेश में उत्तम संपर्क सुनिश्चित करने के साथ ही ऐसे तमाम प्रयास किए जा रहे हैं जो औद्योगिक उन्नयन के साथ प्रदेश के एक लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में सहायक सिद्ध हो रहे हैं।
इसमें कहा गया, ‘‘इसी कड़ी में, अब सरकार लखनऊ-कानपुर राजमार्ग के समीप उन्नाव में यूपीआईएमएलसी की स्थापना के कार्यों में तेजी लाने जा रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर ‘उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण’ (यूपीडा) ने इस विषय में कार्ययोजना तैयार कर ली है और जल्द ही परियोजना के तहत आंतरिक अवसंरचनाओं के निर्माण व विकास की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।’’
बयान के अनुसार तैयार कार्ययोजना के तहत उन्नाव में यूपीआईएमएलसी परियोजना के अंतर्गत आंतरिक अवसंरचनाओं के विकास का कार्य जल्द ही शुरू होने जा रहा है।
इसमें कहा गया कि इस यूपीआईएमएलसी का कुल प्रसार क्षेत्र 135.26 हेक्टेयर होगा तथा लगभग 30 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि खर्च कर आंतरिक अवसंरचनाओं का विकास किया जाएगा।
बयान में कहा गया कि इस कार्य को पूरा करने के लिए 12 महीने का लक्ष्य रखा गया है और सभी निर्माण व विकास कार्य इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) पद्धति पर होंगे।
पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 30 जिलों में 33 ‘इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग व लॉजिस्टिक्स क्लस्टर्स’ की स्थापना करने की घोषणा की थी जिसमें उन्नाव में विकसित किया जा रहा यूपीआईएमएलसी भी शामिल है।
भाषा आनन्द खारी
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