नगर विकास विभाग ने शहरी सुरक्षा और पशु कल्याण को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय पहल की

नगर विकास विभाग ने शहरी सुरक्षा और पशु कल्याण को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय पहल की

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  • Publish Date - August 1, 2025 / 09:24 PM IST,
    Updated On - August 1, 2025 / 09:24 PM IST

लखनऊ, एक अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश नगर विकास विभाग ने राज्य के सभी 17 नगर निगमों में संचालित पशु जन्म नियंत्रण (एबीसी) और रेबीज रोधी टीकाकरण कार्यक्रमों के माध्यम से शहरी सुरक्षा और पशु कल्याण को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय पहल की है। शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।

इसके अतिरिक्त, विभाग ने निकाय स्तर पर इस वर्ष 5,333 पालतू कुत्तों के लाइसेंस जारी किए हैं, जिससे जिम्मेदार पालतू पशु स्वामित्व और समुदाय की सुरक्षा को बढ़ावा मिला है।

एबीसी कार्यक्रम के अंतर्गत अब तक 2,84,641 आवारा कुत्तों का बंध्याकरण और रेबीज के खिलाफ टीकाकरण किया गया है, जिसमें 2023-24 में 1,25,893 और 2024-25 में 1,19,197 बंध्याकरण एवं वर्ष 2025 में अभी तक 39270 कुत्तों का बंध्याकरण किया गया हैं।

विभाग द्वारा सभी नगर निगमों के अंतर्गत प्रत्येक एबीसी 3,273.65 लाख रुपये की लगत से स्थापित किये गये हैं। 17 स्थायी एबीसी केंद्र स्थापित किए गए हैं। लखनऊ और गाजियाबाद के लिए दो अतिरिक्त केंद्र स्वीकृत किये गए हैं।

विभाग द्वारा पालतू कुत्तों के लाइसेंसिंग पहल से यह सुनिश्चित होता है कि पालतू कुत्तों का टीकाकरण और पंजीकरण हो, जिससे अनियंत्रित पशुओं से जुड़े जोखिम कम होते हैं।

नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने विभाग के प्रयासों पर जोर देते हुए कहा, “हमारे पशु जन्म नियंत्रण, रेबीज रोधी टीकाकरण और पालतू कुत्तों के लिए लाइसेंस कार्यक्रम के माध्यम से हम शहरी स्थानीय निकायों के साथ मिलकर सुरक्षित समुदाय और मानवीय पशु प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए समर्पित रूप से काम कर रहे हैं। आधुनिक एबीसी केंद्रों की स्थापना और इस वर्ष 5,333 पालतू कुत्तों के लाइसेंस जारी करना हमारे व्यापक शहरी समाधानों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”

नागरिकों से आग्रह है कि वे आक्रामक या अस्वस्थ कुत्तों की सूचना स्थानीय अधिकारियों या समर्पित हेल्पलाइन (1533) पर तुरंत कार्रवाई के लिए दें।

भाषा आनन्द संतोष

संतोष