उत्तर प्रदेश: गीत सुना कर लोगों को वोट डालने के लिए किया प्रेरित

उत्तर प्रदेश: गीत सुना कर लोगों को वोट डालने के लिए किया प्रेरित

  •  
  • Publish Date - May 19, 2024 / 09:18 PM IST,
    Updated On - May 19, 2024 / 09:18 PM IST

लखनऊ, 19 मई (भाषा) लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के तहत सोमवार को होने वाले मतदान के लिए जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से रविवार को लखनऊ के हजरतगंज इलाके में गीत सुना कर लोगों को वोट डालने के लिए प्रेरित किया गया।

‘चलो, चलो रे बूथ की ओर, चलो मतदान करें’, बोल वाले इस गीत के माध्यम से लोगों को सोमवार को वोट डालने के लिए प्रोत्साहित करने की कोशिश की गई।

लखनऊ के जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘यह (गीत बजाना) कवायद मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए लखनऊ के प्रमुख चौराहों पर व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी (एसवीईईपी) गतिविधि के एक भाग के रूप में की जा रही है।’’

लखनऊ के हजरतगंज इलाके में फोटोकॉपी की दुकान चलाने वाले दीपक साहू ने बताया कि शनिवार शाम से ही उन्होंने राजधानी के हजरतगंज इलाके में ‘चलो, चलो रे बूथ की ओर, चलो मतदान करें’ गाना सुनना शुरू कर दिया है और वे अपने मतदान केंद्र पर जाकर वोट जरूर डालेंगे।

निर्वाचन आयोग और लखनऊ के जिला निर्वाचन अधिकारी के प्रयासों की सराहना करते हुए भारतीय उद्योग व्यापार मंडल (उत्तर प्रदेश भर में बड़ी संख्या में व्यापारियों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था) के अध्यक्ष रविकांत गर्ग ने कहा, ‘‘इस तरह के प्रयास मतदाताओं, खासकर शहरी मतदाता को यह याद दिलाते हैं कि वे अपने घर के आरामदेह क्षेत्र से बाहर निकलकर मतदान करके राष्ट्र के प्रति अपना कर्तव्य निभाएं।’’

संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘‘मतदान भारत के प्रत्येक मतदाता और नागरिक का कर्तव्य है। हर किसी को अपना वोट डालना चाहिए, चाहे वे किसी भी वर्ग, जाति या क्षेत्र से संबंधित हों। आप किसी को भी वोट दें, लेकिन आपको देश के लिए, उसके विकास, प्रगति, सुरक्षा और अपनी आने वाली पीढ़ी की समृद्धि के लिए वोट देना चाहिए।’’

गर्ग ने कहा कि भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने व्यापारियों से विभिन्न संगठनों के माध्यम से मतदान केंद्रों के पास प्याऊ लगाने, भीषण गर्मी को देखते हुए कतार में खड़े होने वाले मतदाताओं के लिए कुछ अतिरिक्त बैठने की व्यवस्था करने को कहा है, क्योंकि राजनीतिक दल ऐसा नहीं कर सकते हैं।

साल 2014 के चुनाव में लखनऊ लोकसभा क्षेत्र में 53.02 प्रतिशत मतदान हुआ था। वहीं, 2019 में यह 54.30 प्रतिशत रहा था।

भाषा सलीम खारी

खारी