Indian Railway Viral Video: महिला यात्री ने चलती ट्रेन को बनाया किचन.. इलेक्ट्रिक केतली में पकाई मैगी, डाला पूरी ट्रेन को खतरे में.. देखें वायरल वीडियो

Indian Railway Viral Video: रेलवे ने साफ़ चेतावनी दी है ट्रेनों में इलेक्ट्रॉनिक केतली का इस्तेमाल सिर्फ नियमों का उल्लंघन नहीं, बल्कि जानलेवा तक हो सकता है। यह न सिर्फ आग लगने का जोखिम बढ़ाता है, बल्कि पूरे कोच की बिजली सप्लाई और एसी की कार्यप्रणाली को भी अस्त-व्यस्त कर सकता है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला।

  •  
  • Publish Date - November 22, 2025 / 12:27 PM IST,
    Updated On - November 22, 2025 / 01:46 PM IST

Indian Railway Viral Video / Image Source: X @wokepandemic

HIGHLIGHTS
  • वायरल वीडियो में एक महिला मैगी बना रही है।
  • रेलवे ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह उपयोग खतरनाक और दंडनीय है।
  • इस तरह के हाई-वोल्टेज उपकरणों से बिजली में खराबी होने की आशंका।

Indian Railway Viral Video: भारतीय रेलवे ने हाल ही में एक वायरल वीडियो के बाद कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है, जिसमें एक महिला को ट्रेन के एसी कोच में चार्जिंग सॉकेट से इलेक्ट्रॉनिक केतली लगाकर मैगी बनाते देखा गया। रेलवे ने स्पष्ट किया है कि ट्रेनों में ऐसी उच्च-शक्ति वाली डिवाइसेज़ का उपयोग पूरी तरह से निषिद्ध है।

यात्रियों की जान को जोखिम

हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक महिला अपने केतली को चार्जिंग सॉकेट में लगाकर ट्रेन के एसी कोच में मैगी बना रही है। रेलवे ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया जारी की, रेलवे के बयान के मुताबिक, इलेक्ट्रॉनिक केतली जैसी डिवाइसेज़ ट्रेन के चार्जिंग पोर्ट पर लोड बढ़ा सकती हैं, जिससे शॉर्ट सर्किट या आग लगने का जोखिम बढ़ जाता है। यह न सिर्फ उपयोगकर्ता को बल्कि अन्य यात्रियों को भी भारी नुकसान पहुँचा सकती है। रेलवे ने ये भी चेताया है कि इस तरह की कड़ाई वाली चीजें ट्रेनों की बिजली आपूर्ति में व्यवधान पैदा कर सकती हैं। साथ ही, एयर कंडीशनिंग सिस्टम और अन्य इलेक्ट्रॉनिक पोर्ट्स (जैसे लैपटॉप चार्जिंग, मोबाइल पोर्ट) भी प्रभावित हो सकते हैं।

रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे ऐसे जोखिम भरे व्यवहार से बचें। अगर वो किसी ट्रेन में किसी को केतली या अन्य “हैज़ार्डस” हाई-वाटेज उपकरण उपयोग करते देखते हैं, तो तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करें।

रेलवे ने चेतावनी जारी की

रेलवे ने ये स्पष्ट किया है कि यात्री कोच में मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट्स का उपयोग केवल कम-वाटेज इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए ही किया जाना चाहिए, न कि हाई-वाटेज उपकरणों जैसे इलेक्ट्रॉनिक केतली के लिए।

इन्हे भी पढ़ें:

कतई क्यों मना है कि ट्रेन में इलेक्ट्रॉनिक केतली लगाइ जाए?

रेलवे के अनुसार, ट्रेन के सॉकेट सिर्फ मोबाइल या लैपटॉप जैसे कम-वाटेज उपकरणों के लिए होते हैं; हाई-वाटेज केतली उन पर ओवरलोड कर सकती है, जिससे शॉर्ट-सर्किट या आग लगने का बड़ा खतरा होता है।

रेलवे ने इस वीडियो के बारे में क्या कार्रवाई की है?

सेंट्रल रेलवे ने कहा है कि वीडियो बनाने वाले चैनल और उस महिला के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जा रही है।

यात्रियों को क्या करना चाहिए यदि वे ऐसी खतरनाक हरकत देखें?

रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि यदि किसी को ट्रेन में केतली जैसे हाई-पावर उपकरणों का प्रयोग करते देखा जाए, तो तुरंत संबंधित अधिकारियों या रेलवे स्टाफ को रिपोर्ट करें।