कोविड-19 से अब तक 1600 की मौत, फिर भी ईरान ने अमेरिकी मदद को ठुकराया

कोविड-19 से अब तक 1600 की मौत, फिर भी ईरान ने अमेरिकी मदद को ठुकराया

कोविड-19 से अब तक 1600 की मौत, फिर भी ईरान ने अमेरिकी मदद को ठुकराया
Modified Date: November 29, 2022 / 08:43 pm IST
Published Date: March 22, 2020 2:33 pm IST

नईदिल्ली। ईरान में कोविड-19 की वजह से अब तक 1600 मौतें हो चुकी है। वहीं 20 के लगभग लोग ​बीमार हैं, ईरान दुनिया के उन टॉप-3 देशों में शामिल है जहां कोरोना वायरस की वजह से सबसे अधिक मौतें हुई हैं। बावजूद इसके भी ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने में अमेरिकी मदद लेने से इनकार कर दिया है।

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दरअसल, काफी समय से ईरान और अमेरिका के बीच तनाव चल रहा है, बावजूद इसके अमेरिका की ओर से ईरान को महामारी के खिलाफ लड़ने में मदद की पेशकश की गई थी, लेकिन ईरान ने साफ तौर से न सिर्फ मदद ठुकराई है, बल्कि ये भी आरोप लगाया है कि कोरोना वायरस हो सकता है अमेरिकियों ने ही तैयार किया हो।

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बता दें कि चीन भी ये आरोप लगा चुका है कि अमेरिकी सैनिक की वजह से कोरोना वायरस चीन में फैला, हालांकि, चीन ने अमेरिका पर ये आरोप तब लगाया जब कोरोना वायरस को अमेरिका की ओर से ‘चीनी वायरस’ कहा गया। रिपोर्ट के मुताबिक टीवी पर दिए भाषण में अयातुल्ला अली खामनेई अमेरिकी नेताओं को धूर्त तक करार दे दिया।

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खामनेई ने कहा- ‘अमेरिका ने कई बार ईरान को वायरस को खत्म करने के लिए मदद की पेशकश की है। उन पर वायरस को बनाने का आरोप है। मैं नहीं जानता कि ये सही है, लेकिन ये अजीब है कि आप ईरान की मदद करना चाहते हैं।’ उन्होंने कहा- ‘एक बात ये भी है कि वायरस के खिलाफ लड़ाई में आपके पास खुद कमियां हैं, क्या पता कि आप ऐसा ड्रग दे दें जिससे कि ये वायरस हमेशा ईरान में रह जाए।’

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ईरान के सर्वोच्च नेता ने अमेरिका को लेकर यह भी कहा कि आप मदद के लिए डॉक्टर और थेरेपिस्ट को भेजेंगे, लेकिन शायद वे लोग यहां आकर उस ‘जहर’ के असर को देखना चाहेंगे जिसे उन्होंने खुद तैयार किया हो।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com