Sheikh Hasina’s Son: ‘बदल गए 17 जज, कानून में किया बदलाव’.. बेटे ने बताई शेख हसीना के मौत की सजा के पीछे की ये असली कहानी, भारत को कहा- थैंक्यू

बांग्लादेश की गहमागहमी भरी राजनीतिक स्थिति के बीच सजीब वाजेद ने भारत को सच्चा मित्र बताते हुए कहा कि संकट की घड़ी में भारत ने उनकी मां शेख हसीना की जान बचाने में निर्णायक भूमिका निभाई।

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  • Publish Date - November 19, 2025 / 05:45 PM IST,
    Updated On - November 19, 2025 / 05:49 PM IST

Sheikh Hasina's Son / Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • सजीब वाजेद ने भारत और प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की।
  • राजनीतिक संकट के दौरान भारत ने शेख हसीना की जान बचाई।
  • हसीना के वकीलों को रोकने और जजों को बदलने के आरोप।

Sheikh Hasina’s Son: बांग्लादेश में जारी राजनीतिक संकट के बीच पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने भारत की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की है। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से बांग्लादेश का भरोसेमंद मित्र रहा है और संकट की घड़ी में उसने उनकी मां की जान बचाने में निर्णायक भूमिका निभाई। सजीब वाजेद ने दावा किया कि पिछले साल बांग्लादेश में हुए राजनीतिक हंगामे के दौरान शेख हसीना की हत्या की साजिश को भारत की तत्परता ने विफल किया।

‘भारत ने मेरी मां को बचाया’

सजीब वाजेद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत की वजह से ही उनकी मां आज सुरक्षित हैं। उन्होंने बांग्लादेश की अंतरिम यूनूस सरकार और कहनी कि न्यायिक प्रक्रिया की कड़ी आलोचना की, जिसके तहत शेख हसीना को मौत की सजा सुनाई गई है। वर्जीनिया (अमेरिका) में मीडिया चैनल ANI से बातचीत करते हुए सजीब वाजेद ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश की वर्तमान सरकार कानूनों में हेरफेर कर रही है, न्यायाधीशों को पद से हटाया जा रहा है और शेख हसीना को उनके मूल संवैधानिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है।

उन्होंने कहा, “भारत हमेशा सच्चा मित्र रहा है। संकट के क्षणों में भारत ने वास्तव में मेरी मां की जान बचाई। अगर वो बांग्लादेश में रहतीं, तो आतंकवादी उन्हें मारने की योजना बना चुके थे।”

मोदी सरकार के प्रति आभाव

सजीब वाजेद ने अगस्त 2024 में शेख हसीना के भारत आने का उल्लेख करते हुए कहा कि वो प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार के हमेशा ऋणी रहेंगे। 5 अगस्त को उग्र प्रदर्शनकारियों के शेख हसीना के आवास में घुस जाने के बाद उन्हें आनन-फानन में बांग्लादेश छोड़ना पड़ा था तब से वो भारत में ही शरण लिए हुए हैं।

यूनूस सरकार पर तीखा हमला

शेख हसीना को सुनाई गई मौत की सजा को सजीब वाजेद ने “राजनीतिक नाटक” बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनूस की अगुआई वाली अंतरिम सरकार ने हर चरण में कानूनी प्रक्रियाओं का खुला उल्लंघन किया।

‘जजों को बदला’

उन्होंने आगे कहा, ‘मेरी मां को अपने बचाव के वकीलों को नियुक्त करने की अनुमति नहीं दी गई। उनके वकीलों को अदालतों में भी प्रवेश नहीं करने दिया गया। ‘ उन्होंने आगे दावा किया कि न्यायाधिकरण की संरचना को एक पूर्वनिर्धारित फैसले को सुनिश्चित करने के लिए तैयार किया गया था। शेख हसीना के बेटे ने कहा, ‘मुकदमे से पहले अदालत में सत्रह जजों को बर्खास्त कर दिया गया, नए न्यायाधीश नियुक्त किए गए, जिनमें से कुछ को बेंच पर कोई अनुभव नहीं था और वो राजनीतिक रूप से जुड़े हुए थे। इसलिए कोई उचित प्रक्रिया नहीं थी, प्रत्यर्पण के लिए उचित प्रक्रिया होनी चाहिए।’

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सजीब वाजेद ने भारत की प्रशंसा क्यों की?

उन्होंने कहा कि बांग्लादेश संकट के दौरान भारत ने समय रहते कदम उठाया और उनकी मां शेख हसीना की जान बचाई।

सजीब वाजेद ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पर क्या आरोप लगाए?

उन्होंने आरोप लगाया कि यूनूस सरकार कानूनों में हेरफेर कर रही है, जजों को बदला जा रहा है और शेख हसीना को उनके संवैधानिक अधिकारों से वंचित किया गया।

शेख हसीना भारत क्यों आईं?

5 अगस्त 2024 को उग्र प्रदर्शनकारियों के सरकारी आवास में घुसने के बाद सुरक्षा कारणों से उन्हें तत्काल बांग्लादेश छोड़ना पड़ा और तब से वे भारत में रह रही हैं।