Ahmadiyya Muslims in Pakistan: अहमदियों को ‘गैर-मुस्लिम’ का दर्जा फिर भी पढ़ा नमाज.. पुलिस ने 27 नमाजियों को किया गिरफ्तार, जानें क्या है मामला..

अहमदिया समुदाय खुद को मुसलमान मानता है, लेकिन पाकिस्तान की संसद ने 1974 में इस समुदाय को गैर-मुस्लिम घोषित कर दिया था। एक दशक बाद, उन्हें खुद को मुसलमान कहने और इस्लाम के कुछ पहलुओं का पालन करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया।

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  • Publish Date - March 2, 2025 / 07:05 PM IST,
    Updated On - March 2, 2025 / 07:08 PM IST

27 Ahmadiyya Muslims arrested in Pakistan || Image- The Indian Express

HIGHLIGHTS
  • पाकिस्तान में 27 अहमदिया नमाज़ अदा करने पर गिरफ़्तार, धार्मिक स्वतंत्रता पर सवाल
  • सियालकोट में अहमदिया समुदाय पर कार्रवाई, धारा 298-सी के तहत मामला दर्ज
  • रमज़ान में अहमदियों की गिरफ्तारी, पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों की स्थिति पर बहस तेज

27 Ahmadiyya Muslims arrested in Pakistan: लाहौर: रमज़ान का पवित्र महीना दुनियाभर में शुरू हो चुका है, जिसमें मुस्लिम समुदाय के लोग रोज़ा रखते हैं और इफ़्तार के साथ रोज़ा खोलते हैं। मस्जिदों में नमाज़ियों की भीड़ उमड़ रही है, जो पूरे महीने इबादत में मशगूल रहते हैं। हालांकि, पड़ोसी देश पाकिस्तान से एक अलग मामला सामने आया है, जहां 27 अहमदिया मुस्लिमों को नमाज़ अदा करने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है।

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पंजाब प्रांत में अहमदिया समुदाय पर कार्रवाई

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में अल्पसंख्यक अहमदिया समुदाय के 27 सदस्यों को शुक्रवार की नमाज़ पढ़ने के आरोप में हिरासत में लिया गया। यह घटना लाहौर से लगभग 100 किलोमीटर दूर सियालकोट में हुई, जहां पुलिस को स्थानीय मुसलमानों की शिकायत मिली थी कि अहमदिया समुदाय के लोग जुमा की नमाज़ अदा कर रहे हैं।

धारा 298-सी के तहत मामला दर्ज

27 Ahmadiyya Muslims arrested in Pakistan: एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्थानीय मुसलमानों की भावनाएं आहत होने के कारण पुलिस ने पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 298-सी के तहत 27 अहमदियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इस धारा के तहत अहमदियों को खुद को मुसलमान कहने और इस्लाम के कुछ पहलुओं का पालन करने पर प्रतिबंध है।

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पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय की स्थिति

अहमदिया समुदाय खुद को मुसलमान मानता है, लेकिन पाकिस्तान की संसद ने 1974 में इस समुदाय को गैर-मुस्लिम घोषित कर दिया था। एक दशक बाद, उन्हें खुद को मुसलमान कहने और इस्लाम के कुछ पहलुओं का पालन करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। पुलिस अधिकारी के अनुसार, अहमदियों के प्रार्थना नेता अरशद साही शुक्रवार को उपदेश दे रहे थे और इस्लामी आयतें पढ़ रहे थे, जिसे स्थानीय मुसलमानों ने आपत्तिजनक माना।

अहमदिया समुदाय कौन हैं?

अहमदिया समुदाय इस्लाम का ही एक पंथ मानता है, जिसकी स्थापना 19वीं शताब्दी में मिर्ज़ा गुलाम अहमद ने की थी। पाकिस्तान में इन्हें 1974 में गैर-मुस्लिम घोषित कर दिया गया था।

धारा 298-सी क्या है?

पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 298-सी अहमदियों को खुद को मुसलमान कहने, इस्लामी प्रथाओं को अपनाने या किसी भी रूप में इस्लाम से जुड़ी गतिविधियां करने से रोकती है।

अहमदियों की गिरफ्तारी का कारण क्या था?

पंजाब के सियालकोट में अहमदिया समुदाय के 27 सदस्यों को जुमा की नमाज़ पढ़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया, क्योंकि स्थानीय मुसलमानों ने इसे आपत्तिजनक बताया।

क्या पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय पर पहले भी कार्रवाई हुई है?

हां, पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय को धार्मिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ता रहा है, जिसमें हमले, गिरफ़्तारी और उनकी इबादतगाहों को निशाना बनाया जाता रहा है।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस मामले पर क्या कह रहा है?

कई मानवाधिकार संगठन और अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से अहमदिया समुदाय के प्रति भेदभाव की निंदा करती रही हैं और इसे धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन मानती हैं।