IAS Supriya Sahu UNEP Award: IAS सुप्रिया साहू को मिला UN का सर्वोच्च पर्यावरण सम्मान ‘चैंपियंस ऑफ द अर्थ’.. प्रकृति के प्रति इस अफसर का प्रेम वाकई हैरान कर देने वाला..

IAS Supriya Sahu UNEP Award: सुप्रिया साहू ने एकीकृत शासन और प्रकृति आधारित समाधानों के साथ-साथ कम और उच्च तकनीक के मिश्रण से संवेदनशील समुदायों की रक्षा करते हुए ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के विभिन्न प्रयास किए हैं।

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  • Publish Date - December 12, 2025 / 08:01 AM IST,
    Updated On - December 12, 2025 / 08:18 AM IST

IAS Supriya Sahu UNEP Award || Image- Supriya sahu instagram

HIGHLIGHTS
  • सुप्रिया साहू को यूएनईपी का शीर्ष सम्मान
  • जलवायु कार्रवाई में उत्कृष्ट योगदान
  • 30 साल का पर्यावरणीय अनुभव

IAS Supriya Sahu UNEP Award: नई दिल्ली: तमिलनाडु के पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और वन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुप्रिया साहू ने संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम-यूएनईपी का 2025 चैंपियंस ऑफ द अर्थ पुरस्कार जीता है।

Champions of the Earth Award: क्यों किया गया चयन

IAS Supriya Sahu UNEP Award: वे जलवायु परिवर्तन से जुड़ी कुछ सबसे गंभीर चुनौतियों का सामना करने वाली अग्रणी हस्तियों में से एक हैं। यूएनईपी के अनुसार सुप्रिया साहू को उनकी प्रेरणा और कार्यों के लिए चुना गया है। सुप्रिया साहू ने एकीकृत शासन और प्रकृति आधारित समाधानों के साथ-साथ कम और उच्च तकनीक के मिश्रण से संवेदनशील समुदायों की रक्षा करते हुए ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के विभिन्न प्रयास किए हैं। चैंपियंस ऑफ द अर्थ 2025 पुरस्कार जीतने वाली सुप्रिया साहू ने कहा, “मेरी प्रेरणा उन लोगों से मिलती है जो स्थानीय गांव से मेरे साथ खड़े रहे और मैंग्रोव वनों को अपना मानकर मेरे साथ सफाई का काम किया। मेरी प्रेरणा उन बच्चों से भी मिलती है जो अपनी आंखों में चमक लिए मुझे अपना आदर्श मानते हैं।”

IAS Supriya Sahu Biography: कौन हैं IAS सुप्रिया साहू?

IAS Supriya Sahu UNEP Award: सुप्रिया साहू पिछले साढ़े चार वर्षों से तमिलनाडु के पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और वन विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत हैं। संयुक्त राष्ट्र की तरफ से शेयर किये गये उनकी प्रोफाइल के अनुसार, साहू का प्रकृति के प्रति प्रेम उनके बचपन में ही शुरू हो गया था, जब उनका परिवार उनके पिता की नौकरी के सिलसिले में देश भर में यात्रा करते थे। उन्हें हाथी बेहद पसंद हैं और उनका इंस्टाग्राम अकाउंट हाथियों से जुड़ी पोस्ट से भरा हुआ है। साहू का कहना है कि हाथी हमें सहनशीलता, पारिवारिक बंधन और नेतृत्व के बारे में सिखा सकते हैं।

सिविल सर्वेंट के तौर अपने 30 साल के करियर के दौरान सुप्रिया साहू ने भारत की समृद्ध जैव विविधता को समझने और उसे संवारने की दिशा में काम किया है। हालांकि, वह इस बात से भी भलीभांति जानती हैं कि गैरजिम्मेदार मानवीय व्यवहार पर्यावरण और वन्यजीवन को कितना गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। सुप्रिया साहू ने नीलगिरि जिले में जिला कलेक्टर के रूप में अपने कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि, “मैंने जानवरों को प्लास्टिक का कचरा खाते देखा और मुझे एहसास हुआ कि हमारा ग्रह दम घुट रहा है। वह अनुभव मेरे लिए एक परिवर्तनकारी अनुभव साबित हुआ।”

UNEP Award in Hindi: CM स्टालिन ने दी बधाई

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने गुरुवार को पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और वन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुप्रिया साहू को संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) का प्रतिष्ठित पुरस्कार ‘चैंपियन्स ऑफ द अर्थ’ (Champions of the Earth 2025) जीतने पर बधाई दी।

मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर लिखा, “मुझे उम्मीद है कि इस पुरस्कार से उनके कार्यों को प्रोत्साहन मिलेगा। इससे आर्द्रभूमियों का संरक्षण, मैंग्रोव वनक्षेत्र का विस्तार, संकटग्रस्त प्रजातियों का संरक्षण और प्लास्टिक उपयोग में कमी से संबंधित हमारी सरकार की सराहनीय पहलों को मजबूती मिलेगी।”

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Q1. सुप्रिया साहू को यूएनईपी चैंपियंस ऑफ द अर्थ 2025 पुरस्कार क्यों मिला?

उन्हें जलवायु कार्रवाई, प्रकृति आधारित समाधानों और समुदायों की सुरक्षा में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

Q2. सुप्रिया साहू किस पद पर कार्यरत हैं?

वे तमिलनाडु के पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और वन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं।

Q3. सुप्रिया साहू की पर्यावरणीय प्रेरणा कैसे शुरू हुई?

बचपन की यात्राओं, प्रकृति प्रेम और हाथियों से जुड़ाव ने उनके पर्यावरणीय दृष्टिकोण को आकार दिया।