नूरजहां के बाद अब मधुबाला भी मौत की कगार पर, कंगाल पाकिस्तान में खतरे में जानवरों की भी जान

After Noorjahan now Madhubala is also on the verge of death: पिछले महीने ही कराची चिड़ियाघर में 18 साल की एक हाथी नूरजहां की दर्दनाक मौत हुई थी। अब उसी चिड़ियाघर में मधुबाला नाम की एक दूसरी हाथी मौत के कगार पर खड़ी है।

नूरजहां के बाद अब मधुबाला भी मौत की कगार पर, कंगाल पाकिस्तान में खतरे में जानवरों की भी जान

Madhubala is also on the verge of death

Modified Date: May 21, 2023 / 11:58 pm IST
Published Date: May 21, 2023 11:58 pm IST

Madhubala is also on the verge of death इस्लामाबाद: पाकिस्तान में अब आदमी रोटी के लिए ही नहीं बल्कि जानवर भी अपनी जान बचाने के लिए संषर्ष कर रहे हैं। रमजान के पाक महीने में पाकिस्तानी अवाम आटे के लिए मारकाट में व्यस्त थे। लेकिन, पाकिस्तान के हालात इतने बुरे हैं कि अब जानवरों को भी अपनी जान बचाने के लिए जंग करनी पड़ रही है। पिछले महीने ही कराची चिड़ियाघर में 18 साल की एक हाथी नूरजहां की दर्दनाक मौत हुई थी। अब उसी चिड़ियाघर में मधुबाला नाम की एक दूसरी हाथी मौत के कगार पर खड़ी है। नूरजहां और मधुबाला पहले एक साथ ही रहते थे, लेकिन नूरजहां की मौत के बाद मधुबाला को एकांत कारावास में रख दिया गया था।

शनिवार को कराची चिड़ियाघर प्रशासन ने मधुबाला के संक्रमित होने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि संक्रमण की जानकारी लाहौर के यूनिवर्सिटी ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज (यूवीएएस) के वैज्ञानिकों की एक टीम ने मधुबाला के खून की जांच के बाद हुई है। नूरजहां और मधुबाला को 14 साल पहले तंजानिया से कराची लाया गया था। दोनों को बहुत ही कम उम्र में उनकी मां से अलग कर दिया गया था।

मधुबाला को नूरजहां से हुआ है संक्रमण

कराची चिड़ियाघर के एक अधिकारी ने नाम न छापने पर बताया कि ऐसा लगता है कि मधुबाला को नूरजहा से संक्रमण हुआ था। नूरजहां के पोस्टमॉर्टम से पता चला था कि वह कई गंभीर बीमारियों के अलावा संक्रमण से ग्रस्त थी। उसने बताया कि यह पहला मौका है, जब चिड़ियाघर के किसी जानवर के खून की इतनी विस्तृत जांच की गई है। उसने बताया कि मधुबाला का हाल में ही इलाज किया गया है। संक्रमण का स्तर उसकी साथी नूरजहां से काफी कम है।

 ⁠

अच्छी देखभाल न होने से हुई थी नूरजहां की मौत

नूरजहां का पिछले साल एक पुरानी दांत के संक्रमण के बाद ऑपरेशन किया गया था। इसके बाद चिड़ियाघर के कर्मचारियों ने नूरजहां की अच्छी देखभाल नहीं की। इसका नतीजा यह हुआ कि नूरजहां को लकवा मार गया। जब नूरजहां की बीमारी की चर्चा पूरे पाकिस्तान में होने लगी तो पशु कल्याण के लिए काम करने वाली एक अंतरराष्ट्रीय एनजीओ फोर पॉज ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया। लाख प्रयास के बावजूद नूरजहां को नहीं बचाया जा सका और पिछले महीने उसकी मौत हो गई।

read more: CG News: नाम बदला उम्र की आधी, फिर पुलिस वाला बनकर शादी के लिए लड़की की तलाश में निकला शख्स, 5 लाख की ठगी कर हुआ गिरफ्तार

read more: छत्तीसगढ़ के युवाओं के चहुमुखी विकास में सहायक बन रहा ‘युवा महोत्सव’, प्रतिभा निखारने भूपेश सरकार ने शुरू की अनोखी पहल


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com