"Brain-eating worm entered the child's head while bathing in the river",

नदी में नहाने के दौरान बच्चे के सिर में घुसा “दिमाग खाने वाला कीड़ा”, अस्पताल में इलाज के दौरान मौत

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:20 PM IST, Published Date : August 21, 2022/3:36 pm IST

Child dies of amoeba infection in America : वाशिंगटन डीसी – अमेरिका से एक अजीब मामला सामने आया है। जहां पर एक दिमागी कीड़ा की वजह से एक बच्चे की मौत हो गई है। जानकारी अनुसार सामने आया है कि नदी में नहाने के दौरान एक बच्चे के सिर में दिमाग खाने वाला कीड़ा या यों कहें कि अमीबा घुस गया था। इसके कुछ दिन बाद उस बच्चे की मौत हो गई। अमेरिका के स्वास्थ्य अधिकारियों ने भी इसकी पुष्टि की है। डगलस काउंटी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, उक्त बच्चे को प्राथमिक अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस के रूप में जाना जाने वाला संक्रमण हुआ था। लक्षणों की शुरुआत के 48 घंटों के अंदर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन 10 दिन बाद उसकी मौत हो गई। >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP  ग्रुप से जुड़ने के लिए  यहां CLICK करें*<<

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Child dies of amoeba infection in America : दरअसल, यह पूरा मामला पूर्वी नेब्रास्का अमेरिका का है। जहां पर 13 साल का लड़का एक दिन एल्खोर्न नदी में नहाने गया था जिसके दौरान नाक के रास्ते अमीबा दिमाग तक जा पहुंचा। कुछ समय बाद दिमागी कीड़ा ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया और संक्रमण ने पूरे शरीर पर कब्जा जमा लिया। इसी संक्रमण के चलते 10 दिन बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई। यह राज्य के इतिहास में इस घातक बीमारी से पहली और मध्य पश्चिम में दूसरी मौत है। बता दें कि पिछले महीने मिसौरी में आयोवा में लेक ऑफ थ्री फायर्स स्टेट पार्क में समुद्र तट पर तैरने के बाद इसी संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत हुई थी।

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Child dies of amoeba infection in America : बच्चे की मौत के बाद गुरुवार को स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि यह संक्रमण नेगलेरिया फाउलेरी के कारण होता है, जिसे ब्रेन-ईटिंग अमीबा के रूप में भी जाना जाता है। वहीं, रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र  ने शुक्रवार को पुष्टि की कि उसे बच्चे के मस्तिष्कमेरु द्रव  में नेगलेरिया फाउलेरी मिला था। यह तरल पदार्थ मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी में और उसके आसपास बहता है। सीडीसी के विशेषज्ञों ने लोगों से आग्रह किया है कि अगर वे नदी में नहाते या तैरते हैं तो नाक प्लग जरूर पहनें। उनका कहना है कि अमीबा पानी में नाक के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकता है और फिर यह नाक से मस्तिष्क तक जाता है। ब्रेन-ईटिंग अमीबा अक्सर गर्म मीठे पानी की झीलों, नदियों, नहरों और तालाबों में पनपते हैं।

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