चीन की अमेरिका को चेतावनी, कहा- ताइवान पर ‘बड़े संकट’ को हवा देने से बाज आए

चीन के युद्धक विमानों ने घुसपैठ तेज की। चीन का मानना है कि पेलोसी की यात्रा की अनुमति देकर अमेरिका ने ताइवान पर उसकी संप्रभुता को चुनौती दी है

  •  
  • Publish Date - August 6, 2022 / 09:38 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:02 PM IST

बीजिंग। चीन ने शनिवार को अमेरिका को आगाह किया कि वह ताइवान के मसले पर ‘‘बड़े संकट’’ को हवा देना प्रयास न करे। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी की हालिया ताइवान यात्रा से चिढ़कर चीन ने ताइवान जलडमरूमध्य में अपना सैन्य अभ्यास शुरू किया है। अभ्यास के तीसरे दिन आज चीन के युद्धक विमानों ने घुसपैठ तेज की। चीन का मानना है कि पेलोसी की यात्रा की अनुमति देकर अमेरिका ने ताइवान पर उसकी संप्रभुता को चुनौती दी है।

यह भी पढ़ेंः  स्कूलों में मुर्गा बनाने के पीछे ये था फंड़ा, जानकर आप भी कहेंगे कि भला ऐसे कैसे हो सकता है?

इधर, ताइवान का कहना है कि उसने शनिवार को ताइवान जलडमरूमध्य के आसपास सैन्य अभ्यास में भाग लेने वाले कई चीनी विमानों और नौसैनिक जहाजों का पता लगाया है, जो उसके खिलाफ संभावित कृत्रिम हमला हो सकता है।

ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि कुछ चीनी विमानों और जहाजों ने ताइवान जलडमरूमध्य में संवेदनशील मध्य रेखा को पार कर लिया , जो द्वीप को चीन की मुख्य भूमि से अलग करता है, जबकि सैन्य अभ्यास के पैमाने से ये अटकलबाजी की जाने लगी है कि चीन, ताइवान पर आक्रमण के लिए तैयार हो रहा है। हालांकि, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने इन खबरों को खारिज कर दिया।

यह भी पढ़ेंः Share Market: इस शेयर ने निवेशकों को दिया 75 फीसदी का रिटर्न, मात्र 10 रुपये से शुरु हुए थे स्टॉक के दाम

उन्होंने कहा, ”अमेरिका का यह दावा कि चीन ने ताइवान जलडमरूमध्य में यथास्थिति को बदल दिया है, पूरी तरह से अफवाह और बदनाम करने की साजिश का हिस्स है।”

यह भी पढ़ेंः स्टेशन पर भेलपुरी बेचने वाली दीदी ने किया ये काम, वीडियो देख हर कोई हार बैठे अपना दिल

नोम पेन्ह में आसियान के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने वाले वांग को यहां आधिकारिक मीडिया में यह कहते हुए उद्धृत किया गया था कि अमेरिका की सामान्य रणनीति यह है कि यह पहले समस्याएं पैदा करेगा, और फिर उनका उपयोग अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन उसका यह तरीका चीन पर काम नहीं करेगा।”

और भी है बड़ी खबरें…