एफबीआई ने चीन के कृत्रिम बुद्धिमत्ता कार्यक्रम पर ‘गहरी चिंता’ जताई

एफबीआई ने चीन के कृत्रिम बुद्धिमत्ता कार्यक्रम पर ‘गहरी चिंता’ जताई

एफबीआई ने चीन के कृत्रिम बुद्धिमत्ता कार्यक्रम पर ‘गहरी चिंता’ जताई
Modified Date: January 20, 2023 / 02:43 pm IST
Published Date: January 20, 2023 2:43 pm IST

वाशिंगटन, 20 जनवरी (एपी) अमेरिका के संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के निदेशक क्रिस्टोफर व्रे ने कहा कि वह चीन सरकार के कृत्रिम बुद्धिमत्ता कार्यक्रम को लेकर ‘‘बहुत चिंतित’’ हैं क्योंकि यह ‘‘कानून द्वारा नियंत्रित नहीं’’ है।

स्विट्जरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक मंच के एक सत्र में बृहस्पतिवार को व्रे ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता की बीजिंग की आकांक्षाएं ‘‘बौद्धिक संपदा और संवेदनशील डेटा के खजाने पर बनी हैं जो उसने वर्षों तक चुराकर हासिल किया है।’’

उन्होंने कहा कि अगर इस पर नियंत्रण नहीं लगाया गया तो चीन कृत्रिम बुद्धिमत्ता में विकास का इस्तेमाल हैकिंग, बौद्धिक संपदा की चोरी और देश के भीतर अंसतोष को दबाने के लिए कर सकता है।

व्रे ने कहा, ‘‘हम इसे लेकर बहुत चिंतित हैं और मुझे लगता है कि यहां मौजूद हर किसी को इसे लेकर चिंतित होना चाहिए।’’

गौरतलब है कि अमेरिकी अधिकारी लंबे वक्त से इस बारे में चिंता जताते रहे हैं।

वाशिंगटन स्थित चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने व्रे की टिप्पणियों पर कोई जवाब नहीं दिया। बहरहाल, चीन बार-बार वाशिंगटन पर भय फैलाने का आरोप लगाता रहा है।

एपी गोला नेत्रपाल

नेत्रपाल

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