एआई के साथ गूगल के सर्च इंजन का कायाकल्प अगले चरण में |

एआई के साथ गूगल के सर्च इंजन का कायाकल्प अगले चरण में

एआई के साथ गूगल के सर्च इंजन का कायाकल्प अगले चरण में

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Modified Date: May 21, 2025 / 11:59 AM IST
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Published Date: May 21, 2025 11:59 am IST

न्यूयॉर्क, 21 मई (एपी) गूगल ने मंगलवार को अपने सर्च इंजन के कायाकल्प को गति देने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) प्रौद्योगिकी का एक और चरण शुरू किया है, जो लोगों के सूचना प्राप्त करने के तरीके को बदल रहा है और वेबसाइटों पर इंटरनेट ट्रैफिक के प्रवाह को कम कर रहा है।

गूगल के वार्षिक डेवलपर्स सम्मेलन में इस अगले चरण का उल्लेख किया गया जिसमें अमेरिका में एक नया ‘एआई मोड’ विकल्प जारी करना शामिल है।

यह सुविधा गूगल के सर्च इंजन के साथ बातचीत को किसी विशेषज्ञ के साथ बातचीत करने जैसा बनाती है जो लगभग किसी भी विषय पर सवालों के जवाब देने में सक्षम है।

कंपनी द्वारा ‘लैब्स डिवीजन’ के सीमित दर्शकों के साथ परीक्षण शुरू करने के महज ढाई महीने बाद ही अमेरिका में सभी के लिए एआई मोड की पेशकश की जा रही है।

गूगल अपने नवीनतम एआई मॉडल ‘जेमिनी 2.5’ को भी अपने खोज एल्गोरिदम में शामिल कर रहा है और जल्द ही अन्य एआई सुविधाओं का परीक्षण शुरू करेगा, जैसे कि स्वचालित रूप से संगीत समारोहों के लिए टिकट खरीदना और लाइव वीडियो के माध्यम से खोज करने की क्षमता आदि।

यह विस्तार एक वर्ष पहले शुरू हुए परिवर्तन पर आधारित है, जिसमें ‘एआई ओवरव्यूज’ (एआई अवलोकन) नामक संवादात्मक सारांशों की शुरुआत की गई थी, जो इसके परिणाम पृष्ठ के शीर्ष पर दिखाई देने लगे हैं और वेब लिंक की इसकी पारंपरिक रैंकिंग को प्रभावहीन कर रहे हैं।

गूगल के अनुसार, अब करीब डेढ़ अरब लोग नियमित रूप से ‘एआई ओवरव्यूज’ का इस्तेमाल कर रहे हैं और अधिकतर उपयोगकर्ता अब लंबे और अधिक जटिल सवाल पूछ रहे हैं।

गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कंपनी के माउंटेन व्यू, कैलिफोर्निया स्थित मुख्यालय के पास एक एंफीथियेटर में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘इस सारी प्रगति का मतलब यह है कि हम एआई प्लेटफॉर्म बदलाव के एक नए चरण में हैं, जहां दशकों का अनुसंधान अब दुनिया भर के लोगों के लिए वास्तविकता बन रहा है।’’

हालांकि पिचाई और अन्य गूगल अधिकारियों ने पूर्वानुमान व्यक्त किया था कि एआई ओवरव्यूज से अधिक खोजों को बढ़ावा मिलेगा और अंततः अन्य साइटों पर अधिक क्लिक होंगे, लेकिन ‘ब्राइटएज’ नामक संस्था के निष्कर्षों के अनुसार, अभी तक ऐसा नहीं हुआ है।

इस महीने की शुरुआत में एक मुकदमे की सुनवाई में, एप्पल के पदाधिकारी एडी क्यू ने कहा था कि आईफोन निर्माता कंपनी के सफारी ब्राउजर के माध्यम से की जाने वाली गूगल खोजों में गिरावट आ रही है क्योंकि अधिकाधिक लोग एआई-संचालित विकल्पों का रुख कर रहे हैं।

गूगल ने एआई के उदय के कारण होने वाली उथल-पुथल को इस बात के मुख्य कारणों में से एक बताया था कि उसे अपने खोज इंजन को संचालित करने के तरीके में केवल अपेक्षाकृत मामूली बदलाव करने की आवश्यकता होनी चाहिए क्योंकि प्रौद्योगिकी पहले से ही प्रतिस्पर्धी परिदृश्य को बदल रही है।

लेकिन अब तक गूगल की एआई पर अधिक निर्भरता उसके खोज इंजन को इंटरनेट के मुख्य प्रवेश द्वार के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखने में सक्षम बनाती है।

एपी वैभव मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)