ब्रुसेल्स, 22 अक्टूबर (एपी) यूरोपीय संसद की अध्यक्ष रोबर्टा मेट्सोला ने बुधवार को घोषणा की कि बेलारूस और जॉर्जिया के जेल में बंद दो पत्रकारों ने यूरोपीय संघ का शीर्ष मानवाधिकार सम्मान ‘सखारोव पुरस्कार’ जीता है।
आंद्रेज पोकजोबुत प्रभावशाली पोलिश अखबार गजेटा विबोर्जा के संवाददाता हैं। उन्हें ‘बेलारूस की राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने’ का दोषी ठहराया गया और आठ साल की सजा सुनाई गई थी, जो वे नोवोपोलोत्स्क कॉलोनी में काट रहे हैं।
जॉर्जिया के दो स्वतंत्र मीडिया संस्थानों की संस्थापक, प्रमुख पत्रकार म्जिया अमाघ्लोबेली को अगस्त में एक सरकार विरोधी प्रदर्शन के दौरान एक पुलिस प्रमुख को थप्पड़ मारने का दोषी ठहराया गया था। उन्हें इस मामले में दो साल की जेल की सजा सुनाई गई थी, जिसकी मानवाधिकार समूहों ने मीडिया की आजादी पर अंकुश लगाने के प्रयास के रूप में निंदा की थी।
मेट्सोला ने फ्रांस के स्ट्रासबर्ग स्थित संसद में कहा, ‘दोनों पत्रकार वर्तमान में केवल अपना काम करने और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के झूठे आरोपों में जेल में हैं। उनके साहस ने उन्हें स्वतंत्रता और लोकतंत्र के संघर्ष का प्रतीक बना दिया है।’
सोवियत संघ के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता आंद्रेई सखारोव के नाम पर वार्षिक यूरोपीय संघ पुरस्कार की स्थापना 1988 में उन व्यक्तियों या समूहों को सम्मानित करने के लिए की गई थी जो मानवाधिकारों और बुनियादी स्वतंत्रताओं की रक्षा करते हैं।
विजेता का चयन यूरोपीय संसद के विभिन्न राजनीतिक समूहों द्वारा नामित उम्मीदवारों में से वरिष्ठ यूरोपीय सांसदों द्वारा किया जाता है। सभा का कहना है कि यह पुरस्कार ‘मानवाधिकार कार्यों के लिए यूरोपीय संघ द्वारा दिया गया सर्वोच्च सम्मान है।’
नेल्सन मंडेला, मलाला यूसुफजई, डेनिस मुकवेगे और नादिया मुराद सहित कई सखारोव पुरस्कार विजेताओं ने नोबेल शांति पुरस्कार जीता है।
वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो ने पिछले साल सखारोव पुरस्कार प्राप्त किया था और इस महीने की शुरुआत में उन्होंने नोबेल शांति पुरस्कार जीता है।
यह पुरस्कार दिसंबर में स्ट्रासबर्ग स्थित यूरोपीय संसद में आयोजित एक समारोह में प्रदान किया जाएगा, जिसके साथ 50,000 यूरो (58,000 अमेरिकी डॉलर) की धनराशि दी जाती है।
एपी
सुमित नरेश
नरेश