तोक्यो, 23 दिसंबर (एपी) निगाता प्रांत के गवर्नर ने मंगलवार को इस उत्तर-मध्य प्रांत में स्थित काशिवाज़ाकी-कारीवा परमाणु ऊर्जा संयंत्र के दो रिएक्टरों को फिर से चालू करने के लिए स्थानीय तौर पर सहमति प्रदान कर दी।
इसके साथ ही, 2011 में इसी बिजली कंपनी की एक अन्य संयंत्र में हुई परमाणु दुर्घटना के बाद एक दशक से अधिक समय से बंद पड़े इस संयंत्र को फिर से शुरू करने की दिशा में अंतिम बाधा भी दूर हो गई है।
गवर्नर हिदेयो हानाजुमी ने अर्थव्यवस्था और उद्योग मंत्री रयोसेई अकाजावा के साथ बैठक में काशिवाजाकी-कारीवा संयंत्र में छठे और सातवें नंबर के रिएक्टरों को फिर से शुरू करने के लिए प्रांत का ‘समर्थन’ व्यक्त किया।
इसी के साथ उन्होंने लोगों की सुरक्षा, आपातकालीन कार्रवाई और समझ सुनिश्चित करने के लिए सरकार के संकल्प को स्वीकार किया।
छठे रिएक्टर को फिर से चालू करने की तैयारियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं और बिजली कंपनी टीपीसीओ से उम्मीद है कि वह जनवरी में संभावित फिर से शुरुआत से पूर्व इस सप्ताह के अंत तक परमाणु सुरक्षा प्राधिकरण से अंतिम सुरक्षा निरीक्षण के लिए आवेदन करेगी। अन्य रिएक्टर पर काम में अभी कुछ और साल लगने की उम्मीद है।
यह कदम निगाता के विधानमंडल द्वारा बजट विधेयक पारित करने के एक दिन बाद उठाया गया है, जिसमें फिर से शुरुआत के लिए आवश्यक धनराशि शामिल है। गवर्नर ने पहले ही रिएक्टर को चालू करने पर सहमति जतायी थी।
हानाज़ुमी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘यह एक कठिन और गंभीर निर्णय था।’’
भूकंप और सुनामी के कारण फुकुशिमा संयंत्र में हुई आपदा के बाद जापान ने एक समय परमाणु ऊर्जा को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने की योजना बनाई थी। लेकिन वैश्विक ईंधन की कमी, बढ़ती कीमतों और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के दबाव के कारण, सरकार ने अपनी नीति बदल दी है और अब वह रिएक्टरों को फिर से चालू करके परमाणु ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने की कोशिश कर रही है।
एपी
राजकुमार पवनेश
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