कोरोना से हाहाकार, यहां लगाया गया सबसे ‘क्रुर लॉकडाउन’, सैंकड़ों प्रेग्नेंट महिलाएं और बच्चे स्टील के बक्से में बंद

Lockdown imposed in this city, lakhs of people imprisoned in homes

कोरोना से हाहाकार, यहां लगाया गया सबसे ‘क्रुर लॉकडाउन’, सैंकड़ों प्रेग्नेंट महिलाएं और बच्चे स्टील के बक्से में बंद
Modified Date: November 29, 2022 / 07:46 pm IST
Published Date: January 12, 2022 7:33 pm IST

Lockdown imposed in this city  बीजिंगः कोरोना के नया वेरिएंट Omicron दुनिया के कई देशों में अपना पांव पसार रहा है। विश्व के अलग-अलग देशों से इस वेरिएंट के बड़ी संख्या में मरीज मिल रहे हैं। वहीं चीन में भी इसका प्रकोप देखने को मिल रहा है। इसके रोकथाम के लिए कई शहरों मे लॉकडाउन लगा दिया गया है। चीन की ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ (China Zero Covid Policy) के तहत काफी सख्ती बरती जा रही है।

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Lockdown imposed in this city  ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ के तहत चीन में जिस तरीके का सख्त लॉकडाउन लगाया गया है, उसे ‘दुनिया का सबसे कठोर लॉकडाउन’ बताया जा रहा है।इसमें बेहद क्रूर प्रतिबंधों को लोगों पर थोपा गया है। रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना की आशंका के चलते लोगों को मेटल के छोटे बॉक्सनुमा कमरे में 2 हफ्ते तक कैद कर रखा जा रहा है। सुविधा के नाम पर उसमें बेड और टॉयलेट दिए गए हैं। खुद चीनी मीडिया ने इनकी तस्वीरें शेयर की हैं, जिनमें दिखाया गया है कि कैसे Shijiazhuang प्रांत में 108 एकड़ में बने क्वारंटाइन कैंपस में हजारों लोगों को रखा गया है।ये कैंपस जनवरी 2021 में पहली बार बनाए गए थे।

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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने बड़े पैमाने पर क्वारंटाइन कैंपस (Quarantine Camps) का एक नेटवर्क बनाया है, जहां हजारों की संख्या में मेटल बॉक्स बनाए गए हैं।इनमें प्रेग्नेंट महिलाओं, बच्चों समेत तमाम लोगों को आइसोलेट किया जाता है।इस क्वारंटाइन कैंपस से निकले कई लोगों ने अपने बुरे अनुभव को साझा किया है।उनका कहना था कि ठंडे मेटल बॉक्स में उनके पास बहुत कम भोजन होता था।उन्हें अपना घर छोड़कर क्वारंटाइन सेंटर में रहने के लिए फोर्स किया गया।बसों से भर-भरकर लोग यहां लाए गए।


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।