Miss Universe 2025, image source: Miss Universe 2025 instagram
Miss Universe 2025 Controversy: मिस यूनिवर्स 2025 को लेकर कंट्रोवर्सी बढ़ रही है। फिनाले से पहले ही जूरी पैनल के दो जजों ने इस्तीफा दे दिया है। रिजाइन करने वालों में एक जज उमर हरफौच ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए प्रतियोगिता में धांधली किए जाने का दावा किया है। उन्होंने जूरी पैनल के एक मेंबर पर कंटेस्टेंट के साथ अफेयर का आरोप लगाया है। वहीं दूसरे जज ने बिना कोई कारण बताए अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया है।
इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर करते हुए उमर हरफौच ने कहा- ‘अनऑफिशियल जज पैनल में ऐसे लोग शामिल हैं जिनके कुछ मिस यूनिवर्स कंटेस्टेंस्ट के साथ कुछ पर्सनल रिलेशनशिप है, जिसकी वजह से इंटेरेस्ट का टकराव मुमकिन है, जिसमें वोटों की गिनती और रिजल्ट मैनेजमेंट के लिए जिम्मेदार लोग भी शामिल हैं, जो इंटेरेस्ट के टकराव को और बढ़ाता है।’
Miss Universe 2025 Controversy उन्होंने कहा- ‘मिस यूनिवर्स के वोटिंग प्रॉसेस में पारदर्शिता की कमी के बारे में मिस यूनिवर्स के सीईओ राउल रोचा के साथ हुई अपमानजनक बातचीत के बाद मैंने जूरी से इस्तीफा देने और इस ड्रामे का हिस्सा बनने से इनकार करने का फैसला किया है। मैं इस आयोजन के लिए कंपोज किया गया म्यूजिक भी प्ले नहीं करूंगा।’
वहीं फ्रेंच फुटबॉल मैनेजर और एक्स फुटबॉल प्रोफेसर क्लाउड मैकेले ने भी मिस यूनिवर्स 2025 के जज पैनल से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट करते हुए लिखा- ‘अफसोस की बात है कि मैं मिस यूनिवर्स 2025 में शामिल नहीं हो पाऊंगा। आपकी समझ और सपोर्ट के लिए थैंक्यू।’ पोस्ट के साथ कैप्शन में क्लाउड ने कहा- ‘मुझे अफसोस के साथ ये घोषणा करनी पड़ रही है कि मैं कुछ निजी कारणों से मिस यूनिवर्स 2025 इवेंट में शामिल नहीं हो पाऊंगा। ये एक मुश्किल फैसला था, क्योंकि मैं मिस यूनिवर्स का बहुत सम्मान करता हूं।’
क्लाउड ने आगे लिखा- ‘ये मंच सशक्तिकरण, विविधता और एक्सीलेंस का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसी वैल्यूज जिनका मैंने अपने पूरे करियर में हमेशा समर्थन किया है। मैं ऑर्गनाइजेशन, कंटेस्टेंट्स और इसमें शामिल सभी लोगों से तहे दिल से माफी मांगता हूं और उम्मीद करता हूं कि फ्यूचर में बेहतर हालात में मैं इसमें योगदान दे पाऊंगा।’
बता दें कि मिस यूनिवर्स ऑर्गनाइजेशन (एमयूओ) ने उमर के आरोपों को सिरे से नकार दिया है। एमयूओ ने एक स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा कि कोई अचानक जूरी नहीं बनाई गई थी और सभी पारदर्शी प्रोटोकॉल को फॉलो करते हैं। साथ ही एमयूओ ने उन्हें ब्रांड से जुड़ने और उसके ट्रेडमार्क इस्तेमाल करने से बैन कर दिया है।