उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र की परमाणु हथियार से जुड़ी संस्था को पश्चिमी देशों का ‘कठपुतली’ बताया

उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र की परमाणु हथियार से जुड़ी संस्था को पश्चिमी देशों का ‘कठपुतली’ बताया

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  • Publish Date - November 12, 2020 / 04:23 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:55 PM IST

संयुक्त राष्ट्र, 12 नवंबर (एपी) उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र की परमाणु कार्यक्रमों से जुड़ी निगरानी संस्था आईएईए को ‘कठपुतली’ करार देते हुए कहा कि यह शत्रुतापूर्ण रवैया रखनेवाले पश्चिमी देशों की ‘धुनों पर नाचती’ है।

उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र की निगरानी संस्था द्वारा उसके परमाणु कार्यक्रम के संबंध में जुटाई गई जानकारियों में ‘ घोर असंगतियां’ रेखांकित करते हुए कहा कि यह जानकारियां ‘ अटकलों और जाली तथ्यों’ पर आधारित है।

उत्तर कोरिया के दूत किम सोंग ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में अपने भाषण में ये बाते कहीं। यहां अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए)के कार्यकारी अधिकारी राफेल ग्रोसी ने प्योगयांग की परमाणु संबंधी गतिविधियों को ‘बेहद अफसोसजनक’ और सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का ‘स्पष्ट उल्लंघन’ करार दिया था।

आईएईए का कोई भी निरीक्षक उत्तर कोरिया में 2009 से नहीं मौजूद है क्योंकि प्योंगयांग ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था। एजेंसी ने एक सितंबर 2020को अपनी रिपोर्ट में कहा था कि किम जोंग उन को निरीक्षण संबंधी काम करनेवाले वाले अधिकारियों को फिर से बहाल करना चाहिए।

सोंग ने कहा कि उत्तर कोरिया ने आईएईए से काफी समय पहले संबंध खत्म कर लिया था और यह भूला नहीं है कि कैसे इस संस्था ने प्योंगयांग पर दबाव बनाने के लिए शत्रुतापूर्ण रवैया रखनेवाली ताकतों का पक्ष लिया और उत्तर कोरिया के शांतिपूर्ण परमाणु केंद्रों को 90 के शुरुआती दशक से ही ‘संदेह’ से देखा।

सोंग ने कहा कि जब तक आईएईए उत्तर कोरिया के खिलाफ काम करने के लिए शत्रुतापूर्ण रवैया रखनेवाली ताकतों की धुनों पर नाचता रहेगा तब तक प्योंगयांग आईएईए के साथ संबंध रखने को तैयार नहीं है।

एपी स्नेहा धीरज

धीरज