मोदी और जॉर्डन के शाह ने द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की, वैश्विक मुद्दों पर विचार साझा किए

मोदी और जॉर्डन के शाह ने द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की, वैश्विक मुद्दों पर विचार साझा किए

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  • Publish Date - December 15, 2025 / 11:20 PM IST,
    Updated On - December 15, 2025 / 11:20 PM IST

अम्मान, 15 दिसंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय इब्न अल हुसैन ने सोमवार को यहां मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की तथा पारस्परिक महत्व के क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।

अब्दुल्ला द्वितीय के निमंत्रण पर मोदी दो दिवसीय यात्रा पर जॉर्डन पहुंचे। शाह ने मोदी का हुसैनीया पैलेस में गर्मजोशी से स्वागत किया, जहां प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता से पहले दोनों के बीच आमने-सामने की बैठक हुई।

प्रधानमंत्री मोदी ने शाह अब्दुल्ला द्वितीय से कहा कि उन्हें भरोसा है कि उनकी मुलाकात भारत-जॉर्डन संबंधों को नयी गति प्रदान करेगी और इससे उसमें प्रगाढ़ता आएगी।

उन्होंने कहा, ‘‘हम व्यापार, उर्वरक, डिजिटल प्रौद्योगिकी, अवसंरचना और लोगों के बीच संपर्क जैसे क्षेत्रों में अपना सहयोग जारी रखेंगे।’’

मोदी ने कहा कि दोनों देशों की आतंकवाद के खिलाफ साझा और स्पष्ट सोच है। प्रधानमंत्री ने गाजा मुद्दे पर शाह अब्दुल्ला द्वितीय की ‘‘सक्रिय और सकारात्मक भूमिका’’ की सराहना की।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि क्षेत्र में शांति और स्थिरता कायम होगी। आतंकवाद के खिलाफ हमारी साझा और स्पष्ट सोच है। आपके नेतृत्व में जॉर्डन ने आतंकवाद, चरमपंथ और कट्टरपंथ के खिलाफ दुनिया को एक मजबूत और रणनीतिक संदेश दिया है।’’

मोदी ने उनका और उनके प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए जॉर्डन के शाह का धन्यवाद किया।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आपने भारत-जॉर्डन संबंधों को नयी ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए बेहद सकारात्मक विचार साझा किए हैं। मैं आपकी मित्रता और भारत के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता के लिए हृदय से धन्यवाद देता हूं। इस वर्ष हम अपने राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। यह उपलब्धि आने वाले कई वर्षों तक हमें नयी ऊर्जा के साथ आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देती रहेगी।’’

मोदी ने याद किया कि 2018 में शाह अब्दुल्ला द्वितीय की भारत यात्रा के दौरान वह इस्लामी विरासत पर आयोजित एक सम्मेलन में शामिल हुए थे।

प्रधानमंत्री मोदी ने शाह अब्दुल्ला द्वितीय से कहा, ‘‘आपके प्रयास न केवल क्षेत्रीय शांति, बल्कि वैश्विक शांति के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे याद है कि हमारी पहली मुलाकात भी 2015 में संयुक्त राष्ट्र के इतर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान हुई थी, जिसका जोर हिंसक चरमपंथ का मुकाबला करने पर था। उस समय भी आपने इस विषय पर प्रेरणादायी विचार रखे थे।’’

मोदी ने कहा कि भारत और जॉर्डन इस दिशा में मिलकर आगे बढ़ते रहेंगे तथा आपसी सहयोग के सभी अन्य आयामों को और मजबूत करेंगे।

शाह अब्दुल्ला द्वितीय ने कहा कि सभी जॉर्डनवासी आपका (मोदी) जॉर्डन में पुनः स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आपकी उपस्थिति अत्यंत महत्वपूर्ण है। मेरा मानना ​​है कि यह यात्रा हमारे दोनों देशों के बीच दशकों की मित्रता, आपसी सम्मान और सार्थक सहयोग को दर्शाती है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे देशों के बीच मजबूत साझेदारी है और हमारे लोगों की समृद्धि को आगे बढ़ाने की साझा इच्छा है। वर्षों के दौरान हमारा सहयोग कई क्षेत्रों में विस्तारित हुआ है। आपकी यात्रा आर्थिक सहयोग के नए रास्ते तय करने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करती है।’’

तीन देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में यहां पहुंचे मोदी ने पहले कहा था कि जॉर्डन की उनकी यात्रा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगी।

जॉर्डन की यह पूर्ण द्विपक्षीय यात्रा 37 वर्षों के अंतराल के बाद हो रही है और ऐसे वक्त हो रही है, जब दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 वर्ष हो रहे हैं। मोदी फरवरी 2018 में फलस्तीन जाते समय जॉर्डन में कुछ देर रुके थे।

इससे पहले दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का एक विशेष संकेत देते हुए, जॉर्डन के प्रधानमंत्री जाफर हसन ने हवाई अड्डे पर मोदी की गर्मजोशी से अगवानी की और फिर उनका रस्मी स्वागत किया गया।

हसन ने कहा, “हम दोनों देशों के बीच सहयोग के और व्यापक क्षितिज की ओर देख रहे हैं, विशेष रूप से आर्थिक, निवेश और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में।”

जब मोदी होटल पहुंचे, तो जॉर्डन में भारतीय समुदाय के लोगों और भारत के मित्रों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। मोदी ने उन्हें भारत में उनके मित्रों तथा परिवारजनों की ओर से शुभकामनाएं दीं। स्थानीय कलाकारों ने पारंपरिक भारतीय नृत्य प्रस्तुत किए, जिनके माध्यम से देश की सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन किया गया।

प्रधानमंत्री और शाह मंगलवार को भारत-जॉर्डन व्यापार कार्यक्रम को संबोधित करेंगे, जिसमें दोनों देशों के प्रमुख व्यवसायी शामिल होंगे।

मोदी जॉर्डन के युवराज के साथ पेत्रा शहर का दौरा करेंगे, जो भारत के साथ प्राचीन व्यापारिक संबंधों को साझा करने वाला एक ऐतिहासिक शहर है। हालांकि, उनका यह दौरा मौसम की परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।

भारत और जॉर्डन के बीच मजबूत आर्थिक संबंध हैं तथा दिल्ली अम्मान का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। दोनों देशों के बीच 2.8 अरब अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार है।

जॉर्डन भारत को उर्वरकों, विशेष रूप से फॉस्फेट और पोटाश का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता भी है।

इस अरब देश में 17,500 से अधिक भारतीय प्रवासी रहते हैं, जो कपड़ा, निर्माण और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में कार्यरत हैं।

मोदी के तीन देशों की चार दिवसीय यात्रा का पहला पड़ाव जॉर्डन है। इसके बाद वह इथियोपिया और ओमान भी जाएंगे।

भाषा अमित नेत्रपाल

नेत्रपाल