(एम जुल्करनैन)
लाहौर, आठ सितंबर (भाषा) पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के ऐतिहासिक शहर मुल्तान में बाढ़ आ जाने के बाद पिछले 24 घंटे में प्राधिकारियों ने 10 हजार से अधिक लोगों को बचाया है। यहां एक मंत्री ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पंजाब के सूचना मंत्री आजमा बुखारी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 23 अगस्त से प्रांत में बाढ़ के कारण कम से कम 60 लोगों की जान जा चुकी है।
बुखारी ने बताया कि बाढ़ का पानी ऐतिहासिक शहर मुल्तान में प्रवेश कर चुका है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 24 घंटे में मुल्तान में बाढ़ में फंसे 10 हजार से ज़्यादा लोगों को बचाया गया है।’’
उन्होंने बताया कि बाढ़ की शुरुआत से अब तक कम से कम 4,355 गांव जलमग्न हो गए हैं, जिससे 42 लाख से ज़्यादा लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि 21 लाख लोगों और 15 लाख पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रांत भर में 412 राहत शिविर में 68,980 लोग शरण लिए हुए हैं।
मंत्री ने कहा, ‘‘चिकित्सा सहायता के लिए 492 चिकित्सा शिविर और 432 पशु चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां 193,806 लोगों का इलाज किया गया है।’
मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार अभूतपूर्व बाढ़ का सामना कर रहे भारत के पंजाब के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करती है।
उन्होंने कहा, ‘‘पंजाब की मुख्यमंत्री मरयम नवाज और प्रांत के लोगों की ओर से हम भारत के पंजाब के साथ एकजुटता व्यक्त करते हैं।’’
पंजाब के प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) के अनुसार, भारत द्वारा पाकिस्तान को और अधिक बाढ़ का पानी छोड़ने के संबंध में जानकारी दिए जाने के बाद सतलुज नदी पर गंडा सिंह वाला हेडवर्क में असाधारण रूप से बाढ़ आ गई है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अनुसार, 26 जून से अब तक देश भर में भारी बारिश और बाढ़ के कारण कम से कम 910 लोगों की जान जा चुकी है।
भाषा यासिर दिलीप
दिलीप