(केजेएम वर्मा)
बीजिंग, 24 दिसंबर (भाषा) रूस के एक वरिष्ठ राजनयिक ने कहा कि यूक्रेन युद्ध के बाद अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) की ओर से उनके देश पर लगाए गए प्रतिबंधों ने बीजिंग और मॉस्को के मजबूत रिश्तों को कमजोर नहीं किया है, बल्कि दोनों सहयोगियों के बीच आपसी संवाद एवं परस्पर विश्वास और प्रगाढ़ हुआ है।
चीन में रूस के राजदूत इगोर मोर्गुलोव ने मंगलवार को बीजिंग के रेनमिन विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि चीन-रूस संबंध घनिष्ठता और आपसी विश्वास के मामले में ‘‘इतिहास में अपने उच्चतम स्तर’’ पर पहुंच गए हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच रिश्ते स्थिर और गतिशील तरीके से विकसित होते रहेंगे।
मोर्गुलोव ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के बीच मजबूत कूटनीति तथा द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की वर्षगांठ मनाने वाले आयोजनों के जरिये दोनों देशों के संबंध लगातार मजबूत होते रहेंगे।
हांगकांग से प्रकाशित ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ ने बुधवार को मोर्गुलोव के हवाले से प्रकाशित खबर में कहा कि चीन और रूस ने ‘‘अत्यंत जटिल’’ अंतरराष्ट्रीय माहौल में सहयोग का विस्तार किया है।
मोर्गुलोव ने कहा कि दोनों देशों ने प्रभावी संवाद माध्यम स्थापित किए, वैश्विक उत्पादन एवं रसद शृंखलाओं को स्थिर करने की दिशा में काम किया और विश्वसनीय द्विपक्षीय निपटान तंत्र कायम किए।
उन्होंने कहा, ‘‘द्विपक्षीय व्यापार अब लगभग पूरी तरह से स्थानीय मुद्राओं में किया जा रहा है। दोनों अर्थव्यवस्थाएं एक-दूसरे की पूरक हैं, जिनमें सहयोग के लिए व्यापक और बहुआयामी संभावनाएं हैं।’’
भाषा धीरज पारुल
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