लोद (इजराइल), 26 अगस्त (एपी) इजराइल में प्रदर्शनकारियों ने युद्ध विराम की मांग को लेकर मंगलवार को टायर जलाए व राजमार्गों को अवरुद्ध किया। उन्हें उम्मीद है कि इस तरह के प्रदर्शन गाजा में अब भी बंधक बनाकर रखे गए लोगों की रिहाई में मददगार होंगे। वहीं, इजराइली नेता एक आक्रामक योजना के साथ आगे बढ़ रहे हैं, जिसके बारे में उनका तर्क है कि यह हमास को हराने के लिए आवश्यक है।
इससे एक दिन पहले गाजा के मुख्य अस्पताल पर भी भीषण हमला हुआ था जिसमें चिकित्सकों और पत्रकारों सहित 20 लोग मारे गए थे।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू मंगलवार देर शाम सुरक्षा कैबिनेट की बैठक बुला सकते हैं। हालांकि, स्थिति की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी के अनुसार, सरकार ने कहा कि बैठक में युद्धविराम वार्ता पर चर्चा नहीं होगी।
अधिकारी ने बताया कि सोमवार को मिस्र का एक प्रतिनिधिमंडल इजराइल में था और उन्होंने वार्ता पर चर्चा की।
नेतन्याहू ने कहा है कि इजराइल गाजा शहर में विस्तारित आक्रमण शुरू करेगा तथा साथ ही युद्ध विराम की भी कोशिश करेगा। हालांकि इजराइल ने अब तक प्रस्ताव पर चर्चा के लिए कोई वार्ता दल नहीं भेजा है।
नेतन्याहू ने कहा है कि यह आक्रमण हमास को कमजोर करने और बंधकों को वापस लाने का सबसे अच्छा तरीका है, लेकिन बंधकों के परिवारों और उनके समर्थकों ने इसका विरोध किया है।
रूबी चेन नामक शख्स ने कहा ‘बातचीत की मेज़ पर वापस आएं। बातचीत से एक अच्छा समझौता होगा। यह ऐसा है जिस पर हम काम कर सकते हैं।’ चेन 21 वर्षीय इते चेन के पिता हैं। इते चेन एक इज़राइली-अमेरिकी नागरिक हैं और उनका शव गाज़ा में रखा हुआ है।
इजराइल के ‘होस्टेजिस एंड मिसिंग फैमलिज़ फोरम’ द्वारा ‘राष्ट्रीय संघर्ष दिवस’ के आह्वान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदर्शनकारियों ने बैनर लहराए जिन पर लिखा था ‘बंधक समझौता अभी करो।’
बंधकों के परिजनों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि निरंतर जन दबाव नेतन्याहू और उनकी सुरक्षा कैबिनेट को सार्थक युद्धविराम वार्ता के लिए प्रेरित कर सकेगा। हालांकि, उनके गठबंधन के अति-दक्षिणपंथी सदस्यों ने प्रदर्शनकारियों की मांगों को खारिज करते हुए धमकी दी है कि अगर इज़राइल युद्धविराम के लिए सहमत होता है तो वे इस्तीफ़ा दे देंगे।
इस बीच अस्पताल को निशाना बनाने के बाद इज़राइली हमले जारी रहे।
अस्पतालों ने बताया कि मंगलवार को इजराइली हमलों में कम से कम 16 फलस्तीनी मारे गए।
नासेर अस्पताल, शिफा अस्पताल और गाजा सिटी के शेख रादवान क्लिनिक के अधिकारियों ने बताया कि 16 लोगों में महिलाएं और बच्चे शामिल थे।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को यह भी कहा कि कुपोषण और भुखमरी से संबंधित कारणों से तीन और वयस्कों की मौत हो गई, जिससे जून के अंत से कुपोषण से संबंधित मौतों की संख्या 186 हो गई।
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नोमान वैभव
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