Japan earthquakes tsunami warning || Image- The Hindu File
Japan earthquakes tsunami warning: टोक्यो: आज से 19 साल पहले यानी 2004 में दुनिया ने अबतक के सबसे बड़े त्रासदी का सामना किया था दरअसल 26 दिसंबर, 2004 को स्थानीय समयानुसार सुबह 7:59 बजे, इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप के तट पर 9.1 तीव्रता का एक भूकंप आया था और फिर अगले सात घंटों में, भूकंप से पैदा हुई एक सुनामी हिन्द महासागर तक पहुँच गई, जिसने पूर्वी अफ्रीका जैसे दूर-दराज़ के तटीय क्षेत्रों को तबाह कर दिया । कुछ स्थानों पर बताया गया कि लहरें 30 फीट (9 मीटर) या उससे भी ज़्यादा ऊँची हो गई थीं।
Japan earthquakes tsunami warning: इस महाविनाश के जद में दक्षिण एशिया के कई देश आएं थे। 15 देशों में अनुमानतः 228,000 लोग मारे गए थे। इननमें इंडोनेशिया, श्रीलंका , भारत, मालदीव और थाईलैंड को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। इंडोनेशियाई अधिकारियों ने अनुमान लगाया था कि अकेले वहां मरने वालों की संख्या अंततः 200,000 से अधिक हो गई थी।
इस बीच रात करीब 11:15 बजे 7.5 तीव्रता का एक और भूकंप प्रशांत महासागर में दर्ज किया गया है। भूकंप का केंद्र जापान के मुख्य होंशू द्वीप के सबसे उत्तरी प्रान्त, आओमोरी के तट से लगभग 80 किलोमीटर दूर था। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने भूकंप की तीव्रता 7.6 मापी और बताया कि यह सतह से 44 किलोमीटर नीचे आया।
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने बताया कि आओमोरी के दक्षिण में इवाते प्रान्त के कुजी बंदरगाह में 70 सेंटीमीटर (2 फ़ीट, 4 इंच) तक की सुनामी आई और 50 सेंटीमीटर तक की ऊँची लहरों ने क्षेत्र के अन्य इलाकों को प्रभावित किया। एनएचके ने बताया कि लहरों ने कुछ सीप के बेड़े को नुकसान पहुँचाया है।
Japan earthquakes tsunami warning: सरकार के एक मंत्री ने बताया है कि इस भूकंप के बाद लगभग 800 घरों में बिजली गुल हो गई है और मंगलवार यानी आज तड़के क्षेत्र के कुछ हिस्सों में शिंकानसेन बुलेट ट्रेनें और कुछ स्थानीय लाइनें सस्पेंड कर दी गईं। पूर्वी जापान रेलवे ने कहा कि उसका मकसद क्षेत्र में बुलेट ट्रेनें फिर से शुरू करना है।
रक्षा मंत्री शिंजिरो कोइज़ुमी ने बताया कि लगभग 480 लोगों ने हाचिनोहे एयर बेस पर शरण ली है। सरकार ने नुकसानों का आकलन करने के लिए 18 रक्षा हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है। बताया गया कि, होक्काइडो के न्यू चिटोसे हवाई अड्डे पर लगभग 200 यात्री रात भर फंसे रहे। हवाई अड्डे के संचालक के अनुसार, मंगलवार (9 दिसंबर, 2025) को एक घरेलू टर्मिनल भवन की छत के कुछ हिस्से टूटकर गिर गया और कई लोग इसकी जद में आकर घायल हो गये। इसी तरह बताया गया कि, परमाणु विनियमन प्राधिकरण ने कहा कि आओमोरी स्थित रोक्काशो ईंधन पुनर्प्रसंस्करण संयंत्र से लगभग 450 लीटर (118 गैलन) पानी रिस गया, लेकिन इसका जल स्तर सामान्य सीमा के भीतर रहा और सुरक्षा संबंधी कोई चिंता नहीं थी।
Japan issues tsunami warning after back-to-back earthquakes over 6 magnitude hit off Aomori prefecture
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— ANI Digital (@ani_digital) December 8, 2025