(एम. जुलकरनैन)
लाहौर, नौ अक्टूबर (भाषा) पाकिस्तान के लाहौर शहर में इजराइल विरोधी प्रदर्शन के मुद्दे पर कानून प्रवर्तन अधिकारियों और एक कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी के सदस्यों के बीच हिंसक झड़पों में कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) द्वारा इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास के बाहर इजराइल के खिलाफ शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन की घोषणा थी और इसके बाद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की पुलिस ने इसके प्रमुख साद हुसैन रिजवी को गिरफ्तार करने के लिए यहां टीएलपी मुख्यालय पर छापा मारा।
पंजाब पुलिस द्वारा कार्रवाई शुरू करने के बाद बुधवार देर रात शहर में हिंसा भड़क उठी।
पुलिस के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘कई घंटों तक जारी रही झड़पों में कम से कम पांच पुलिस कांस्टेबल और टीएलपी के कई कार्यकर्ता घायल हो गए।’’ हालांकि टीएलपी ने दावा किया कि पुलिस के साथ झड़पों में उसके कम से कम एक कार्यकर्ता की मौत हो गई और 20 घायल हो गए।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने टीएलपी प्रमुख के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट की तामील के लिए लाहौर के यतीम खाना स्थित टीएलपी मुख्यालय पर छापा मारा लेकिन वहां पुलिस को ही हमले का सामना करना पड़ा।
उन्होंने बताया कि गुस्साए टीएलपी कार्यकर्ताओं ने पुलिसकर्मियों पर पत्थराव किया और लोहे की छड़ों से हमला किया।
अधिकारी ने कहा, ‘‘अब तक रिजवी गिरफ्तारी से बच रहा है और टीएलपी मुख्यालय के आसपास बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं तथा इलाके में तनाव व्याप्त है।’’
अधिकारी ने बताया कि पंजाब सरकार टीएलपी समर्थकों के साथ झड़पों से बचने के लिए अर्धसैनिक ‘रेंजर्स’ को तैनात करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘आमतौर पर धार्मिक दलों के कार्यकर्ता रेंजर्स कर्मियों पर हमला नहीं करते हैं।’’
टीएलपी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘शांतिपूर्ण ‘लब्बैक या अक्सा मिलियन मार्च’ को रोकने के लिए (मुख्यमंत्री) मरियम नवाज़ की पंजाब सरकार ने अपमानजनक हथकंडे अपनाए हैं। टीएलपी के निहत्थे कार्यकर्ताओं और अधिकारियों पर अत्याचार तुरंत बंद होना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि पुलिस ने टीएलपी के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘गाजा में मुसलमानों पर यहूदियों द्वारा अत्याचार किया जा रहा है जबकि यहां उनके समर्थक मुसलमानों पर अत्याचार कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि टीएलपी के उप प्रमुख पीर सैयद जहीर-उल-हसन शाह की गिरफ्तारी के बाद पंजाब में सरकार द्वारा उत्पीड़न बढ़ गया है।
उन्होंने कहा कि फलस्तीन के साथ एकजुटता दिखाना पाकिस्तान में अपराध बन गया है।
भाषा यासिर नरेश
नरेश